5 खिलाड़ी जो अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ भारत की टेस्ट टीम में जगह पाने से चूक गए

अफगानिस्तान से खेले जाने वाले एकमात्र टेस्ट के लिए भारतीय टेस्ट टीम की घोषणा कर दी गई है और कप्तान विराट कोहली को छोड़कर, जो इंग्लैंड श्रृंखला से पहले तैयारियों के चलते सरे के लिए खेलेंगे, सभी संभावितों को टीम में जगह दी गयी है। हालांकि, यह चयनकर्ताओं के लिए कुछ नये नामों को मौका देना का एक अच्छा अवसर भी हो सकता था और अफगानों के खिलाफ अपनी क्षमता साबित करने का अवसर था जो अपना उद्घाटन टेस्ट मैच में खेलेंगे। यहां हम पांच ऐसे ही खिलाड़ियों पर एक नज़र डाल रहे हैं, जो टीम में कठिन प्रतिस्पर्धा के कारण चूक गए और अगर नई प्रतिभा का परीक्षण करने का फैसला लिया गया होता तो उन्हें टीम में जगह मिल सकती थी।

# 5 रजनीश गुरबानी

विदर्भ का ये तेज़ गेंदबाज़ इस वर्ष रणजी सत्र में सबसे उभरती हुई प्रतिभाओं में से एक था। वह खिताब जीतने वाली विदर्भ की टीम के लिए प्रमुख अस्त्र थे और गेंद को स्विंग करने की उनकी क्षमता के कारण उन्हें टीम में शामिल किया जा सकता था। इस सत्र में 6 मैचों में, उन्होंने 17.12 की औसत और 33.7 की स्ट्राइक रेट के साथ 39 विकेट लिए। उनके 68 रन देकर 7 विकेट का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़ा, फाइनल की अंतिम सुबह आया था जब विदर्भ ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।

# 4 के गोथम

कर्नाटक का यह युवा ऑलराउंडर इस सीजन में इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में सबसे पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक था और राजस्थान रॉयल्स के लिए उनके प्रदर्शन भी प्रभावशाली रहे हैं। हालांकि, कर्नाटक के लिए लाल गेंद के साथ उनका ऑल-राउंड कौशल बड़ा फायदेमंद रहा है क्योंकि वह टीम के लिए एक सही संतुलन प्रदान करते हैं। उनके पास एक छोर को पकड़ गेंदबाज़ी करने और दबाव डालने की क्षमता है और अगर उनके पक्ष में स्थितियां हों तो विकेट ले सकते हैं। इसके अलावा, वह एक ऐसे भरोसेमंद बल्लेबाज हैं जो बड़े शॉट खेल सकते हैं और अगर चयनकर्ताओं ने भरोसेमंद रविचंद्रन अश्विन की बजाय चाहा होता तो उन्हें आजमाया जा सकता था।

# 3 अनमोलप्रीत सिंह

पंजाब का यह बल्लेबाज रणजी टीम में एक शानदार रन-स्कोरर रहा है और चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से लगातार खेलते आ रहे शिखर धवन की जगह आजमाये जा सकते थे। दाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने पिछले सीज़न में भी रन बनाये थे और 7 पारियों में उन्होंने 125.50 के औसत से 753 रन बनाए जिसमें 3 शतक भी शामिल थे।

# 2 मयंक अग्रवाल

शायद सबसे दुर्भाग्यशाली मयंक अग्रवाल रहे हैं, जो न केवल रणजी ट्रॉफी बल्कि व्हाइट-बॉल क्रिकेट में भी शानदार फॉर्म में हैं। उन्हें इस साल के आईपीएल के लिए किंग्स इलेवन पंजाब ने चुना था और सभी मैचों में ज्यादा रन न बनाते हुए भी गेंदों को अच्छे से हिट करते दिख रहे थे। पिछले रणजी सत्र में मयंक सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी थे और 8 मैचों की 13 पारियों में उन्होंने 105.45 की औसत से 1160 रन बनाए थे। उन्होंने 5 शतक और 2 अर्धशतक भी बनाए थे।

# 1 श्रेयस अय्यर

उन्हें विराट कोहली की जगह टीम में चुने जाने की संभावनाएं थी, लेकिन उन्हें भारत ए टीम में खेलने के लिए चुना गया। श्रेयस अय्यर काफी लंबे समय से भारतीय टीम का दरवाजा खटखटा रहे हैं और करुण नायर से पहले यह अवसर उन्हें दिया जाना चाहिए था। वह श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय मुकाबलों में भारत के लिए बेहतरीन फॉर्म में थे और इस फॉर्म को आईपीएल में ले गए हैं। इसके अलावा, उन्हें 2017 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ धर्मशाला टेस्ट के लिए कोहली के प्रतिस्थापन के तौर पर टीम में रखा गया था। लेखक: राज अनुवादक: राहुल पांडे