Ad
सहवाग की बल्लेबाजी करने की सोच एकदम सरल थी, अगर गेंद हिट करने के लिए है, तो उसे हिट करो। नजफगढ़ के नवाब भारी बल्ला इस्तेमाल करते थे जो उनके विस्फोटक अंदाज के अनुकूल था। सहवाग पहली गेंद से अपना आक्रामक रूप इख्तियार कर लेते थे, और एक बार वो सेट हो जाते तो गेंद को बाउंड्री पार कराने में उन्हें ज्यादा समय नहीं लगता था। वीरु की कई शानदार पारियों का श्रेय उनके बैट को भी जाता है, जिसमें उनके दोनों तीहरे शतक भी शामिल हैं। उनके नाम आईपीएल में शतक और वनडे में डबल सेंचुरी भी है और उस वक्त भी सहवाग का बैट वीएस 319 ही रहा था।
Edited by Staff Editor