टेस्ट सीरीज को देखते हुए चयनकर्ताओं ने वनडे सीरीज के लिए शीर्ष गेंदबाज जैसे आर. अश्विन, शमी, भुवनेश्वर, रवींद्र जडेजा को आराम दिया था। ये मौका था उमेश यादव, अक्सर पटेल जैसे गेंदबाजों को अपनी प्रतिभा से अपनी जगह पक्की करने का। और इस मौके को इन खिलाड़ियों ने ठीक तरीके से भुनाया। फ्लैट पिच जो कि बल्लेबाजों के लिए काफी आसान दिख रही थी, भारतीय गेंदबाजों ने उन पिचों पर कीवी बल्लेबाजों की हालत खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। इन पांच मुकाबलों में, गेंदबाजों ने कीवी टीम को बड़े स्कोर स्थापित करने से पहले ही अपना शिकार बना दिया, अगर ऐसा नहीं होता तो भारत ये सीरीज पहले ही गवां चुका होता। उमेश यादव ने नई गेंद से काफी प्रभावित किया, जबकि जसप्रीत बुमराह शानदार गेंदबाजी दिखाई। लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने इस सीरीज में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाया, इस दौरान उन्हें अक्सर पटेल का बखूबी साथ मिला। सीरीज के आखिरी मुकाबले में जयंत यादव ने अपने डेब्यू मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपनी छाप छोड़ने में कामयाब हुए। इंग्लैंड में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी को अब ज्यादा समय नहीं बचा है, ऐसे में इन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम काफी मजबूत दिख रही है।