# 4 संकट की स्थिति के दौरान अनपेक्षित गेंदबाज़ का प्रयोग
एक पल के लिये भारतीय प्रशंसकों की सांसें थम गयी थी, जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2007 टी 20 विश्व कप में जोगिंदर शर्मा के हाथों में गेंद देखा। पाकिस्तान को 6 गेंदों में सिर्फ 13 रनों की आवश्यकता थी और मिस्बाह-उल-हक लगातार गेंदबाजों की पिटाई कर रहे थे, और तब धोनी ने सभी को चौंकाते गुए गेंद युवा जोगींदर शर्मा के हाथों में था दी थी। यह वास्तव में भारतीय कप्तान की ओर लिया हुआ एक खतरनाक निर्णय था। महेंद्रसिंह धोनी ने विपक्षी टीम, कॉमेंटेटर्स, विशेषज्ञों और प्रशंसकों को मुश्किल हालात के दौरान गेंदबाजों की उनकी अलग पसंद से हमेशा आश्चर्यचकित किया। एक और ऐसा उदाहरण था जब एक मैच के दौरान इशांत शर्मा अपने तीन ओवरों में 27 रनों दे चुके थे, फिर भी 18 वें ओवर में उन्हें गेंद थमाई थी। इशांत ने इओन मोर्गन और रवि बोपारा को एक ही ओवर में आउट कर इस खेल को बदल दिया। धोनी ने हालाँकि यह बताया कि यह निर्णय दबाव में नहीं थे बल्कि सोची समझी रणनीति थी।