किसी भी क्रिकेटर विशेषकर कप्तान के लिए क्षेत्ररक्षक की पोजीशन को समझना जरुरी है, क्योंकि क्षेत्ररक्षकों को सही पोजीशन में लगाने में ये मदद करता है। उनकी क्षेत्ररक्षकों की लगाने की कला अजीब पर बेहद कारगर हुआ करती थी। इस तरह की फ़ील्डिंग पोजिशनिंग ने हमेशा विकेट लेने और रनों को रोकने में भी मदद की। मुंबई इंडियंस के खिलाफ आईपीएल 2010 के फाइनल में शक्तिशाली ऑलराउंडर काइरोन पोलार्ड रनों का अंबार लगा रहे थे, तब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अचंभित करने वाले फील्ड प्लेसमेंट के साथ सबको हैरान कर दिया। यह जानते हुए कि विकेट के सामने खेलना पोलार्ड की ताक़त है, उन्होंने एक स्ट्रेट मिड ऑफ़ और थोड़ा डीप मिड ऑफ़ रखा। इसके बाद उन्होंने एल्बी मोर्कल से आउटसाइड ऑफ़ की और लम्बी गेंद फेकने को कहा। इसके परिणामस्वरूप पोलार्ड ने सीधे मैथ्यू हेडन की ओर कैच थमा दिया, जो उसी मिड ऑफ़ पर मौजूद थे। लेखक: स्मित शाह अनुवादक: राहुल पाण्डे