भारत ए और इंग्लैंड के बीच हुए वार्मअप मैच से ये 5 बातें सामने आयीं

भारत ए और इंग्लैंड के बीच दो वार्मअप मैच हुए। दोनों मुकाबले में जिस टीम ने दोबारा बल्लेबाज़ी मैच भी उसने ही जीता। पहले मैच में धोनी के बल्ले का जलवा देखने को मिला। तो वहीं दूसरे मैच में इंग्लैंड की पारी अचानक ढह गयी। पहले मैच में जहां भारत ए ने पूरे मैच पर अपनी पकड़ बनाने के बावजूद अंत में मुकाबला हार जाती है। जहां टोटल स्कोर कुछ खास नहीं था। तो वहीं दूसरे मैच में 115 पर 1 के बाद इंग्लैंड का स्कोर 211पर 9 हो जाता है। इस मैच में भारत ए एकतरफा जीत हासिल करने में सफल हुआ। वनडे और टी-20 सीरीज से पहले इन दोनों वार्मअप मैचों से ये 5 अहम बातें सामने आयीं हैं: युवराज-धोनी ने अपने पुराने दिनों की याद दिला दी समय को हम पीछे नहीं ले जा सकते हैं, लेकिन यादें ताज़ी हो जाएँ तो उसका मजा ही अलग होता है। क्रिकेट के खेल में ऐसे मौके मिलते हैं जब यादों को दोबारा जिया जा सकता है। चैंपियंस ट्राफी को ध्यान में रखते हुए अगर देखा जाये तो एमएस धोनी और युवराज सिंह ने जिस तरह से वार्मअप मैच में बल्लेबाज़ी की है। उससे एक बार फिर इन खिलाड़ियों से उम्मीद जग जाती है। दोनों की उम्र 35 है। जहां इस प्रकार खेलना आने वाले समय के लिए अच्छा होगा। युवराज ने भले ही अर्धशतक बनाया हो, लेकिन उनका संघर्ष शार्ट गेंदों पर साफ़ देखने को मिला। ऐसे में उम्मीद की जाती कि जल्द ही वह इस दुबिधा से बाहर निकल आएंगे। वहीं धोनी ने आखिरी ओवर में 23 रन ठोंककर एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह निचले क्रम पर भारत के लिए रन बनाते रहेंगे। ये दोनों खिलाड़ी भारत के लिए तेजी से रन बटोर सकते हैं। लेकिन टीम को इनके ऊपर शुरू में ही निर्भर नहीं होना चाहिए। इंग्लैंड के लिए स्पिन बनी चिंता की वजह वार्मअप मुकाबले में आर अश्विन और जडेजा भारतीय टीम की तरफ से नहीं खेले थे। जो इस सीरिज में भारतीय टीम में चुने गये हैं। ऐसे में ये दोनों स्टार स्पिनर इंग्लैंड के लिए चिंता का विषय बन सकते हैं। यद्यपि इंग्लैंड के 17 में से 11 विकेट वार्मअप मैच में स्पिन गेंदबाजों को मिले हैं। ऐसे में जडेजा और अश्विन जिन्होंने टेस्ट में अंग्रेजों को खूब सताया था। वह एक बार फिर बड़ी चुनौती की तरह होंगे। मौजूदा इंग्लिश टीम अगर शाहबाज़ नदीम और कुलदीप यादव के सामने संघर्ष करने पर मजबूर थी। तो वह अश्विन और जडेजा को कैसे खेलेगी ये देखना दिलचस्प होगा। रहाणे के लिए उम्दा मैच अनिल कुंबले ने इंग्लैंड सीरिज से पहले ही कह दिया है कि रहाणे भारतीय टीम में शीर्ष क्रम पर ही खेलेंगे। रहाणे के लिए बेहतरीन समाचार है साथ ही उन्होंने वार्मअप मैच में 83 गेंदों में 91 रन की पारी खेलकर अपनी फार्म भी जाहिर कर दिया है। 72 वनडे मैचों में से 42 मैचों में रहाणे बतौर सलामी बल्लेबाज़ खेले हैं। लेकिन रोहित और धवन की वजह से वह टीम के मध्यक्रम का हिस्सा बन गये। लेकिन इस बार टीम प्रबन्धन ने साफ़ कर दिया है कि रहाणे इस सीरिज में बतौर सलामी बल्लेबाज़ खेलेंगे नहीं तो नहीं खेलेंगे। रहाणे ने बतौर सलामी बल्लेबाज़ खुद को आईपीएल में साबित किया है। उनके लिए मध्यक्रम में मनीष पाण्डेय, युवराज सिंह, केदार जाधव और केएल राहुल के होने से जगह बनाना कठिन होगा। अगर टीम में राहुल को बतौर सलामी बल्लेबाज़ अजमाया गया है, तो रहाणे की जगह अंतिम 11 में नहीं बनती है। इंग्लैंड के स्पिनरों को विकेट लेना होगा आदिल राशिद ने साल 2016 में 29 विकेट लिए थे। जो एडम ज़म्पा से एक ही विकेट कम था। इसके अलावा राशिद ने बीती 5 मैचों की टेस्ट सीरिज में 23 विकेट लिए थे। हालांकि उन्हें एक बार भी 5 विकेट लिए हैं। हाल ही में वार्मअप मैचों में राशिद ने 15 ओवर इ 100 रन देकर सिर्फ एक विकेट लिए थे। ऐसे में उन्हें काफी मेहनत करने की जरूरत है। ऐसा राशिद को ही नहीं बल्कि इंग्लैंड के सभी स्पिनरों को भारत में विकेट लेना कठिन काम होगा। 20 ओवर में 115 रन देकर एक भी विकेट नहीं लिए हालांकि बाद में 2 विकेट मिले लेकिन तबतक काफी रन वे दे चुके थे। मोइन अली और आदिल राशिद के लिए दौरा काफी कठिन साबित होने वाला है। उन्हें इंग्लैंड की जीत सुनिश्चित करने के लिए विकेट लेना होगा। भारत को पन्त पर दांव खेलना चाहिए किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़े मंच पर उतरने से पहले उसे बेहतरीन फॉर्म में होना चाहिए। जो 10 वर्षीय ऋषभ पन्त पर लागू होता है। यूं तो पन्त के लिए बतौर विकेटकीपर टी-20 टीम में जगह पाना कठिन होगा लेकिन वह बतौर सलामी बल्लेबाज़ टीम में जगह पा सकते हैं। जिस तरह की फॉर्म में पन्त हैं ऐसे में उन्हें टीम जगह देना जरुरी हो जाता है। उन्होंने 8 मैचों में 972 रन बनाये जहां उनका औसत 81 का रहा है। इसके अलावा उनका स्ट्राइक रेट 107 का रहा है। ऐसे में उनपर दांव खेलना जरुरी हो जाता है। दूसरे वार्मअप मैच में पन्त ने जिस तरह का खेल दिखाया उससे उन्हें टीम में जरुर जगह मिलनी चाहिए। 36 गेंदों में 59 रन बनाये थे। जहां उनका स्ट्राइक रेट से 163 से ज्यादा रहा है। इसके अलावा डीवाई पाटिल टी-20 कप में रिलायंस के लिए उन्होंने 14 गेंदों में 43 और 34 गेंदों में 84 रन बनाये थे। ऐसे में पन्त अब भारतीय टीम में जगह पाने के हकदार बन गये हैं।

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