पिछले कुछ मैचों में अपने प्रदर्शन के चलते कुलदीप ने अपने लिये टीम के गेंदबाज़ी विभाग में एक जगह बना ली है। मगर देखा गया है कि उनका प्रयोग विराट मैच के दौरान काफी देरी से कर रहे हैं, हालाँकि अक्सर वो आते ही विकेट निकाल रहे हैं।
कुलदीप का प्रयोग ऐसे गेंदबाज़ के तौर पर भी करके आजमाया जा सकता है जो बीच के ओवरों से थोड़ा और पहले गेंदबाज़ी करने आये ओर पूरी उम्मीद है की जैसी उनकी गेंदबाज़ी है, वह और भी ज्यादा प्रभावी साबित होंगे।
यदि कुलदीप का ऐसा प्रयोग सफल रहा तो वह भी कुंबले की तरह भारतीय टीम के लिये काफी सारे विकेट लेने वाले अस्त्र बन सकते हैं।