मोरक्को कप, 2002 (पाकिस्तान, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका)
पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका जैसी टीमों के बीच एक त्रिकोणीय श्रृंखला में कुछ असाधारण तो नहीं था। फिर भी इस श्रृंखला को विशेष बनाती है इस श्रृंखला की जगह, जी हाँ यह श्रृंखला टेंजीर, मोरक्को में खेली गई थी। उत्तरी अफ्रीका में यह पहली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट श्रृंखला थी। टूर्नामेंट का आयोजन अब्दुल रहमान बुखातीर नामक संयुक्त अरब अमीरात के एक धनी व्यापारी के सहयोग से किया गया था और मोरक्को का राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम विशेष रूप से इस टूर्नामेंट के लिए तैयार किया गया था। पाकिस्तान अपने चार मैचों में से केवल एक जीतने में कामयाब रहा जबकि श्रीलंका ने ग्रुप टेबल में अपने मुकाबलों में तीन जीत दर्ज की। फाइनल श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया था। जयसूर्या के 71 रनों की बदौलत श्रीलंका ने 235 रन बनाए और वास और मुरलीधरन की अनुशासित गेंदबाजी की बदौलत 27 रनों से जीत दर्ज की थी। पांच मैचों में 292 रनों के साथ सनथ जयसूर्या टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने, जबकि पाकिस्तानी कप्तान वकार यूनिस ने अपनी घातक तेज गेंदबाजी के साथ 11 विकेट लिए थे।