भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को 1983 में वर्ल्ड कप जिताने वाले कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के बेटे अर्जुन तेंदुलकर (Arjun Tendulkar) को एक अहम सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि अर्जुन तेंदुलकर को अपने पिता के नाम की वजह से कोई दबाव नहीं लेना चाहिए बल्कि गेम का पूरा लुत्फ उठाना चाहिए।
कपिल देव के मुताबिक अर्जुन तेंदुलकर के ऊपर इसलिए दबाव है क्योंकि वो सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं और इसीलिए लोग उनके बारे में इतनी बातें कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वो अर्जुन पर दबाव ना बनाएं। कपिल देव ने कहा,
हर कोई क्यों अर्जुन तेंदुलकर के बारे में बात कर रहा है, क्योंकि वो सचिन तेंदुलकर के बेटे हैं। उन्हें अपना गेम खेलने दीजिए और सचिन के साथ तुलना मत कीजिए। तेंदुलकर का नाम जुड़ने के फायदे भी हैं और नुकसान भी हैं। डॉन ब्रेडमैन के बेटे ने अपना नाम चेंज कर लिया था क्योंकि अपने पिता के सरनेम का दबाव वो नहीं झेल सकते थे। इसीलिए उन्होंने अपना सरनेम ही बदल लिया था।
अर्जुन तेंदुलकर को कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है - कपिल देव
कपिल देव ने अर्जुन तेंदुलकर को एक अहम सलाह दी। उन्होंने कहा कि अर्जुन को कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है और उन्हें बस अपने गेम का लुत्फ उठाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा,
अर्जुन तेंदुलकर के ऊपर दबाव मत डालिए। वो एक युवा खिलाड़ी हैं। जब सचिन तेंदुलकर जैसा महान खिलाड़ी उनका पिता है तो उन्हें हम कुछ बोलने वाले कौन होते हैं? मैं अर्जुन को केवल एक ही चीज कहना चाहूंगा कि जाओ और अपने गेम का लुत्फ उठाओ। किसी को कुछ भी साबित करने की कोई जरूरत नहीं है। जब तेंदुलकर का नाम आता है तो हमारी उम्मीदें काफी बढ़ जाती हैं क्योंकि सचिन काफी महान प्लेयर थे।