भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली की आक्रामकता को लोग काफी पसंद करते हैं। कई लोगों का मानना है कि विराट कोहली के आक्रामक रवैये के वजह से ही भारतीय टीम लगातार जीत रही है। इसी वजह से कई सारे युवा खिलाड़ी कोहली को फॉलो करते हैं। हालांकि भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और वर्तमान अंडर-19 और इंडिया ए टीम के कोच राहुल द्रविड़ इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनका मानना है कि युवा खिलाड़ियों को अपने स्वभाव के मुताबिक ही रहना चाहिए। वहीं द्रविड़ ने ये भी कहा कि एक बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला से पहले कोहली ने अपमानजनक बयान दिया था, जो मुझे पसंद नहीं आया। बैंगलोर लिटरेचर फेस्टिवल में शिरकत करने आए द्रविड़ ने कहा कि ' लोग मुझसे पूछते हैं कि जब मैं खेलता था तो विराट कोहली की तरह क्यों नहीं व्यवहार करता था। लेकिन टैटू बनवाकर कोहली की तरह व्यवहार करना मेरे लिए सही नहीं था। उन्होंने कहा कि एक बार ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला से पहले विराट कोहली ने काफी आक्रामक बयान दिया था। जब मैंने इस चीज को अखबार में पढ़ा तो बहुत खिन्न हुआ। हालांकि द्रविड़ ने आगे ये भी कहा कि कोहली मैदान पर कड़ी चुनौती देना चाहते हैं। आप इसके लिए उसे दोषी नहीं ठहरा सकते हैं क्योंकि इसी वजह से वो अपना सर्वश्रष्ठ प्रदर्शन करते हैं, इसी वजह से वो काफी अच्छा खेलते हैं। लेकिन सब लोगों के लिए ये ठीक नहीं है। उदाहरण के लिए अगर आप अंजिक्य रहाणे को ही ले लें तो वो काफी अलग है। मुझे जिस बात की चिंता हो रही है वो ये कि बहुत सारे युवा विराट कोहली बनना चाह रहे हैं, बिना ये जाने की उनकी क्षमता क्या है। गौरतलब है विराट कोहली जब से कप्तान बने हैं तब से भारतीय टीम ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके अलावा बल्लेबाजी में भी वो नए कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। अक्सर मैदान पर उनके आक्रामक रवैये को लेकर बात की जाती है।