Milind Rege died due to heart attack: क्रिकेट जगत में शोक की लहर छाई हुई है। दिग्गज क्रिकेटर मिलिंद रेगे का 19 फरवरी यानी आज सुबह निधन हो गया है। मिलिंद रेगे घरेलू क्रिकेट में मुंबई की टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। दरअसल 19 फरवरी की सुबह मिलिंद रेगे को हार्ट में समस्या हुई जिसके बाद दिल की धड़कन रुकने की वजह से मौत हो गई। डॉक्टर रिपोर्ट के मुताबिक उनकी किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था। मिलिंद रेगे ने तीन दिन पहले 16 फरवरी को अपना 76 वां बर्थडे सेलिब्रेट किया था। बर्थडे के तीन दिन बाद ही उनके साथ ऐसा हो गया जो किसी ने सोचा तक ना था। घरेलू क्रिकेट में उनका बड़ा नाम था और टीम इंडिया के दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर के खास दोस्त थे। दोनों मुंबई के लिए एक साथ खेल चुके थे।
26 साल की उम्र में भी आया था हार्ट अटैक
मिलिंद रेगे को क्रिकेट खेलने का शौक बचपन से ही था। उनके अंदर क्रिकेट को लेकर काफी जुनून था। शारीरिक समस्या की वजह से मिलिंद रेगे बहुद कम समय तक ही क्रिकेट खेल पाए थे। 26 साल की उम्र में मिलिंद रेगे को हार्ट अटैक आ गया था। इस हादसे के बाद उन्हें अपने सबसे प्रिय खेल को छोड़ना पड़ा था। मिलिंद रेगे को अगर हार्ट अटैक ना आता तो वह लंबे समय तक क्रिकेट खेलते। इस हादसे की वजह से मिलिंद रेगे क्रिकेट करियर में घरेलू क्रिकेट तक सीमित रह गए। क्रिकेट छोड़ने के बाद भी वो क्रिकेट से जुड़े रहे और मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन में कार्यरत रहे।
तीन दशक तक मिलिंद रेगे MCA के सेलेक्टर रहे। निधन से पहले तक वह एसोसिएशन से क्रिकेट एडवाइजर के तौर पर जुड़े हुए थे। सचिन तेंदुलकर और अर्जुन तेंदुलकर दोनों के सेलेक्टर थे मिलिंद रेगे सचिन तेंदुलकर ने दिसंबर 1988 में गुजरात के खिलाफ मुंबई के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया और उन्हें यह मौका मुंबई क्रिकेट असोसिएशन के चीफ सिलेक्टर नरेन तमहाने ने दिया। उस सिलेक्शन कमिटी में मुंबई के पूर्व रणजी कप्तान मिलिंद रेगे भी शामिल थे। तमाम सालों बाद विजी ट्रोफी के सचिन के बेटे अर्जुन तेंदुलकर का चयन मुंबई टीम में रेगे की अध्यक्षता वाली कमिटी ने ही किया था।