इंग्लैंड टीम के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज जॉन मरे का 83 साल की उम्र में निधन हो गया। 24 जुलाई को लॉर्ड्स में मिडिलसेक्स और वॉरविकशायर के बीच हुए मुकाबले के बाद मरे बीमार हुए और उसी शाम उनका निधन भी हो गया। इस मैच में मिडिलसेक्स ने वॉरविकशायर को 18 रनों से हराया था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू करने वाले मरे ने इंग्लैंड के लिए 21 टेस्ट खेले। मरे का रिकॉर्ड फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शानदार jue, उन्होंने मिडिलसेक्स के लिए खेलते हुए 635 मुकाबलों में 18,872 रन बनाए। इसके अलावा विकेटकीपर के तौर पर उन्होंने 1500 शिकार भी किए। मिडिलसेक्स के प्रेसिडेंट जॉन एम्बुरे ने कहा, "मरे के नहीं रहने से मिडिलसेक्स को काफी नकुसान होगा। वो इस क्लब के इतिहास के सबसे शानदार विकेटकीपर थे। उन्होंने अपने करियर के दौरान जो हासिल किया, वो किसी और खिलाड़ी के लिए हासिल करने आसान नहीं होगा। ऑलटाइम मिडिलसेक्स इलेवन में उनका नाम सबसे ऊपर आएगा। वो सिर्फ एक शानदार खिलाड़ी ही नहीं थे, बल्कि एक अच्छे इंसान भी थे। वो मिडिलसेक्स के साथ हमेशा ही जुड़े रहे। उन्होंने रिटायरमेंट के बाद भी क्लब का साथ नहीं छोड़ा। यहां तक कि आखिरी दिन भी उन्होंने लॉर्ड्स पर ही बिताया।" हालांकि मरे के पास जो काबिलियत थी, उस देखते हुए उन्होंने इंग्लैंड के लिए सिर्फ 21 टेस्ट मैच ही खेले। इस बात को देखकर काफी हैरानी होती है। अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में मरे 22.09 की औसत से 506 रन बनाए और विकेटकीपिंग करते हुए उन्होंने 55 शिकार भी किए। उन्होंने अपने करियर का एकमात्र शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ लगाया था। मरे ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मुकाबला 1967 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था।