Mahendra Singh Dhoni in Big Controversy: वर्ल्ड क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी का कद काफी बड़ा है। ये वो खिलाड़ी रहे हैं, जिन्हें विश्व में सबसे बड़े जेंटलमैन के तौर पर पहचान मिली है। भारत के इस पूर्व महानतम कप्तान ने अपने करियर में खुद की शैली काफी साफ रखी है। इसी वजह से उन्हें सबसे साफ छवि वाला खिलाड़ी भी माना जाता है।
जांच के घेरे में आए महेन्द्र सिंह धोनी
लेकिन अब वहीं इंसान एक बड़े मामले में फंस गया है, जिसके बाद अब उनके खिलाफ जांच कमेटी तक बैठेगी। यहां महेन्द्र सिंह धोनी के फैंस को बड़ा झटका लगने वाला है, क्योंकि पूर्व दिग्गज कप्तान के खिलाफ अपने आवास को व्यापारिक उद्देश्यों के रूप में उपयोग करने का बड़ा आरोप लगा है और इसके बाद एमएस धोनी पर झारखंड राज्य हाउसिंग बोर्ड ने उनके हरमू स्थित आवास को लेकर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।
अपने आवास के व्यवसायिक उपयोग का लगा आरोप
झारखंड राज्य बोर्ड आवास ने दावा किया है कि आवासीय भूमि को गैर आवासीय के रूप में उपयोग में लेना नियमों के विरूद्ध है और अब इसी मामले को लेकर भारत के महान कप्तान जांच के घेरे में आ गए हैं। झारखंड राज्य आवास बोर्ड के अध्यक्ष संजय लाल पासवान की मानें तो बोर्ड द्वारा आवंटित आवासीय भूखंडों का उपयोग सिर्फ आवासीय उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है; किसी अन्य उपयोग पर प्रतिबंध है।
रिपोर्ट्स की मानें तो महेन्द्र सिंह धोनी अपने हरमू स्थित आवास पर डायग्नोस्टिक सेंटर स्थापित करने जा रहे हैं। इसके बाद ही बोर्ड ने इसे लेकर जांच के आदेश दिए हैं। अब इसके बाद रिपोर्ट्स में किया जा रहा दावा सच साबित होता है। जिसमें आवासीय भूमि का व्यवसायिक तौर पर इस्तेमाल होने की बात की पुष्टि होने के बाद सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
झारखंड के दिग्गज खिलाड़ी एमएस धोनी इस वक्त अपने रांची के हरमू रोड स्थित घर में नहीं रहते हैं। वो सिमलिया रिंग रोड़ पर अपने नए घर में काफी समय से शिफ्ट हो गए हैं और बताया जा रहा है कि हरमू रोड़ वाले आवास पर धोनी ने डायग्नोस्टिक लैब शुरू कर दी है। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि इस दावे में कितना सच है।