Anil Kumble love story marriage: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान स्पिनर अनिल कुंबले आज अपना 53वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं। अनिल कुबंले को क्रिकेट से संन्यास लिए हुए सालों बीत चुके हैं लेकिन अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट में उनकी धाक जमी हुई है, रिटायरमेंट के बाद भी उनकी लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है।
दिग्गज क्रिकेटर का जन्म 17 अक्टूबर 1970 को कर्नाटक के मैसूर में हुआ था। महज 13 साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट क्लब जॉइन किया था और वहां से उन्होंने क्रिकेट सीखा। उन्होंने क्रिकेट के प्रति अपने जुनून का असर किसी तरह से पढ़ाई पर नहीं होने दिया। क्रिकेट के साथ- साथ उन्होंने पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दिया। अपने क्रिकेट करियर में उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की, वह जो सोच लेते थे, वैसा करते भी थे। यह बात सिर्फ क्रिकेट में ही नहीं बल्कि पर्सनल लाइफ में भी देखने को मिली थी। आज हम आपको अनिल कुंंबले की लव लाइफ के बारे में बताएंगे, जिसको पढ़ने के बाद हर किसी को सच्चे प्यार के मायने असल में समझ आएंगे।
बेंगलुरु में हुई थी अनिल कुंबले और चेतना की मुलाकात
अनिल कुंबले और उनकी पत्नी चेतना रामतीर्था की मुलाकात साल 1994 में हुई थी। उस समय अनिल कुंबले बेंगलुरु में टाइटन ब्रांड का प्रमोशन कर रहे थे। चेतना रामतीर्था एक ट्रैवल एजेंसी में काम करती थीं। दोनों की पहली मुलाकात में ही एक खास कनेक्शन बन गया और दोस्ती हो गई। अनिल कुंबले ने चेतना को शादी के लिए प्रपोज किया, लेकिन चेतना ने मना कर दिया।
जब वह अनिल कुंबले से मिलीं तो उस दौरान उनकी मैरिड लाइफ ठीक नहीं चल रही थी। उनका मोहब्बत से विश्वास उठ चुका था, लेकिन कुंबले ने धीरे-धीरे चेतना का दिल जीत लिया। चेतना को भी अनिल कुंबले से प्यार हो गया, दोनों का मिलना- जुलना भी बढ़ता गया। जिसकी वजह से अनिल कुबले और चेतना ने आपसी सहमति से शादी करने का निर्णय लिया। लेकिन चेतना पहले से शादीशुदा थीं तो उनके लिए यह आसान नहीं था।
बेटी की कस्टडी के लिए अनिल कुंबले ने दिया साथ
चेतना ने अपने पति से तलाक लेने का फैसला किया। 1998 में चेतना ने कानूनी लड़ाई के बाद अपने पति से तलाक ले लिया। लेकिन इसके बाद भी उनकी मुश्किलें आसान नहीं हुई तलाक के बाद पहले पति ने उनकी बेटी आरुनी की कस्टडी के लिए केस दायर किया। अपनी बेटी आरुनी की कस्टडी के लिए कानूनी लड़ाई चेतना के लिए आसान नहीं थी, लेकिन अनिल कुंबले ने उनका पूरा साथ दिया और बेटी की कस्टडी चेतना को मिली थी। अनिल कुंबले और चेतना रामतीर्था ने जुलाई 1999 में शादी की थी। इस दौरान क्रिकेटर ने चेतना की बेटी, आरुनी को भी गोद लिया और उसे अपना उपनाम दिया। इसके बाद अनिल कुंबले, चेथना माया और स्वस्ति के माता-पिता बने।