पूर्व भारतीय क्रिकेटर गोपाल बोस का 71 वर्ष की आयु में बर्मिंघम के अस्पताल में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। बोस कई वर्षों तक बंगला रणजी टीम के कप्तान भी रहे थे। भारतीय टीम के लिए उन्हें महज एक वन-डे मुकाबले में शिरकत करने का मौका मिला था। 1974 में उन्होंने यह मैच इंग्लैंड के विरुद्ध खेला था। अपने समय में गोपाल बोस पारी की शुरुआत करते थे और 78 प्रथम श्रेणी मैचों में 8 शतक और 17 अर्धशतकों की मदद से 3757 रन बनाए। इसके अलावा गेंदबाजी में भी उन्होंने 72 विकेट चटकाए। वे बंगाल की तरफ से अंतरराष्ट्रीय वन-डे मुकाबला खेलने वाले पहले क्रिकेटर थे। द ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए एकमात्र वन-डे मुकाबले में बोस ने 39 रन बनाने के अलावा 1 विकेट भी हासिल किया था। 70 के दशक में बोस को बेहतरीन बल्लेबाज के तौर पर जाना जाता था। उन्हें सुनील गावस्कर के साथ भारत की पारी शुरू करने का प्रबल दावेदार माना जाता था। इस खिलाड़ी में लम्बी पारियां खेलनी की क्षमता थी इसलिए भारतीय टीम के दूसरे सलामी बल्लेबाज के रूप में उनकी चर्चा अक्सर होती रहती थी। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका उच्चतम स्कोर 170 रन है। गेंदबाजी में भी उन्होंने 1 बार पारी में 5 विकेट हासिल किये थे। जनवरी 1974 में बोस ने एक अनौपचारिक टेस्ट मैच में सुनील गावस्कर के साथ मिलकर 194 रनों की भागीदारी निभाई। इस मैच में उन्होंने शानदार 104 रनों की पारी खेली थी। 1974 के इंग्लैंड दौरे के दूसरे वन-डे मैच में बोस को भारत की तरफ से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिला और वही उनका आखिरी मैच रहा। इसके अलावा एक और दिलचस्प बात यह भी है कि वे 2008 में अंडर 19 विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर भी थे। उस समय अंडर 19 टीम के कप्तान विराट कोहली थे।