केरला के पूर्व बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज एम सुरेश कुमार (M Suresh Kumar) ने अपने निवास स्थान पर शुक्रवार शाम को आत्महत्या कर ली। उनकी उम्र 47 साल थी। पुलिस के अनुसार उनकी पत्नी और बेटे जब शाम 7:10 पर अपने घर लौटे तो उन्होंने सुरेश कुमार को कमरे में मृत घोषित पाया। एम सुरेश कुमार दक्षिण रेलवे में एक अधिकारी के पद पर कार्यत थे।
सुरेश कुमार ने केरल व रेलवे की तरफ से घरेलू क्रिकेट खेला था। उन्होंने साल 1991 से लेकर 2005 तक घरेलू क्रिकेट में 72 प्रथम श्रेणी मैच खेले और इन मैचों में उन्होंने 196 विकेट चटकाए। साथ ही लिस्ट ए करियर में उन्होंने 51 मैच खेले और 52 विकेट अपने नाम किये थे। सुरेश कुमार निचले क्रम के एक अच्छे बल्लेबाज भी थे, उनके नाम प्रथम श्रेणी में 1 शतक भी था।
एम सुरेश कुमार केरल की तरफ से पहले ख़िलाड़ी थे, जिन्होंने भारतीय अंडर 19 टीम (Indian Cricket Team) में जगह बनाई थी, उन्होंने भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज ख़िलाड़ी राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) के नेतृत्व में साल 1992 में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ सीरीज खेली थी। राहुल द्रविड़ ने एक कार्यक्रम के दौरान सुरेश कुमार का किस्सा भी सभी के सामने शेयर किया था। उन्होंने बताया था सुरेश, जो केवल मलयालम भाषा जानते थे उन्होंने उत्तर प्रदेश के बल्लेबाज, जिन्हें केवल हिंदी आती थी उनके साथ मिलकर 100 रनों से अधिक की साझेदारी की। उन दोनों के बीच हुए तालमेल को ही भारत अनेकता में एकता कहा जाता है।
केरल क्रिकेट के सभी ख़िलाड़ी व उच्च अधिकार उनके जाने से हताश हैं। केरल टीम के पूर्व कप्तान सुनील ओएसिस ने कहा कि यह खबर निराश करने वाली है। सुरेश एक शानदार ख़िलाड़ी थे। उनकी लेफ्ट आर्म स्पिन का जलवा घरेलू क्रिकेट में खूब चलता था। वह एक अच्छे बल्लेबाज भी थे और साथ ही बेहतरीन फील्डिंग भी करते थे। उनमें भारत के लिए खेलने की खूबी थी। सुरेश कुमार को भारत के लिए साल 1992 में चयनित किया गया था लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।