पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट्ट (Salman Butt) ने टीम इंडिया की रोटेशन पॉलिसी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि भारतीय टीम सीनियर खिलाड़ियों को रेस्ट देकर काफी अच्छा काम करती है। इससे ना केवल सीनियर प्लेयर्स को रेस्ट मिलता है, बल्कि युवा खिलाड़ियों को मौके भी मिलते हैं।
दरअसल भारतीय टीम ने हालिया महीनों में कई बार खिलाड़ियों को रोटेट किया है। कई सीरीज ऐसे रहे जिसमें सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया और उनकी जगह युवा प्लेयर्स को मौके दिए गए। इससे उन्हें इंटरनेशनल लेवल पर खेलने का अनुभव मिला।
भारतीय टीम अपना बेंच स्ट्रेंथ मजबूत कर रही है - सलमान बट्ट
भारतीय टीम की इस रोटेशन पॉलिसी से सलमान बट्ट काफी प्रभावित हैं। उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर बातचीत के दौरान कहा,
मेरे हिसाब से इंडियन टीम के लिए रोटेशन पॉलिस आम बात हो गई है। वे एक ही प्लेयर के साथ हर सीरीज में नहीं खेलते हैं। वे सीनियर खिलाड़ियों को रेस्ट देते हैं, युवाओं को ज्यादा मौके देते हैं और लगातार टीम चेंज करते रहते हैं। टीम में कई सारे ऑप्शन और कॉम्बिनेशन हैं जिसका प्रयोग किया जाता है। इसमें मुश्किलें तो आती हैं लेकिन कंपटीशन के लिए मजबूत बेंच स्ट्रेंथ होना जरूरी है।
आपको बता दें कि भारतीय टीम को जिम्बाब्वे का दौरा करना है और उसके लिए केएल राहुल की अगुवाई में युवा टीम का चयन किया गया है। वहीं वीवीएस लक्ष्मण को इस टूर के लिए टीम का हेड कोच नियुक्त किया गया है। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने कहा है कि जिम्बाब्वे टूर के लिए वीवीएस लक्ष्मण एक बार फिर से भारतीय टीम की कोचिंग की भूमिका में नजर आएंगे।
सलमान बट्ट ने कहा है कि बीसीसीआई ने एशिया कप से पहले राहुल द्रविड़ को ब्रेक देकर अच्छा फैसला लिया है।