भारतीय क्रिकेट में इस समय एक मुद्दे पर बहस हो रही है। वो यह है कि महेंद्र सिंह धोनी की जगह टेस्ट कप्तान विराट कोहली को सभी प्रारूपों की कप्तानी सौंप दी जाये। इस मुद्दे पर कई पूर्व खिलाड़ियों ने राय दी है और 35 वर्षीय महेंद्र सिंह धोनी के पक्ष में नजर आए हैं। उनका मानना है कि सफ़ेद गेंद के क्रिकेट प्रारूप में अभी भारतीय टीम का नेतृत्व धोनी से कराना सही है। इस बहस में अब पाकिस्तान के पूर्व विकेट कीपर वसीम बारी भी कूद पड़े हैं। उन्होने धोनी के लिए ‘दुर्लभ’ शब्द इस्तेमाल करते हुए कहा कि धोनी ने टेस्ट क्रिकेट में सन्यास लेते समय बुद्धिमानी दर्शाई और यह फैसला सीमित ओवर क्रिकेट में उनके लिए मददगार होगा। वसीम बारी का कहना था “धोनी जैसे खिलाड़ी दुर्लभ होते हैं और वे लंबे समय तक खेलने की योग्यता रखते हैं। मुझे लगता है कि धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से सन्यास लेने का फैसला बड़ी बुद्धिमानी से लिया, जो उन्हे सीमित ओवर क्रिकेट में ध्यान देने के लिए मदद करेगा।“ उन्होंने कहा “30 वर्ष की उम्र में खेलना मुश्किल भरा होता है और धोनी उस समय क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में खेल रहे थे।“ बारी ने एक भारतीय अखबार को साक्षात्कार देते हुए कहा कि धोनी अभी वनडे और टी20 क्रिकेट में श्रेष्ठ खेल रहे हैं। धोनी के बारे में बात करने के बाद उन्होंने टेस्ट कप्तान कोहली के बारे में कहा “28 वर्षीय विराट कोहली में नेतृत्व करने की शानदार क्षमता है। कोहली ने टीम में एक ताजगी भर दी है, उनकी कप्तानी करने की शैली धोनी से अलग है।“ पाकिस्तान के इस पूर्व खिलाड़ी ने आगे कहा कि चीजों में परिवर्तन करने की विराट कोहली की सोच उन्हे अनिल कुंबले और महेंद्र सिंह धोनी से अलग बनती है। भारत और पाकिस्तान की टीमें अभी टेस्ट क्रिकेट में नंबर 1 और 2 के पायदान पर है। बारी ने कहा कि रैंक से न आँककर टीम के खेल से देखा जाना चाहिए कि किस टीम ने किस प्रकार के खेल का प्रदर्शन किया।