श्रीलंका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटरों ने श्रीलंका के खेल मंत्री के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है जिसमें उन्होंने सभी दिग्गजों से श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की मदद करने के लिए सलाहकार के तौर पर जुड़ने की अपील की थी। पूर्व दिग्गज गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन ने कहा कि श्रीलंका क्रिकेट अपनी विश्ववसनीयता खो चुका है, इसलिए वो टीम के साथ नहीं जुड़ सकते हैं।
गौरतलब है कानूनी वजहों से श्रीलंका क्रिकेट टीम के चुनाव अभी नहीं हो रहे हैं। पहले 31 मई को चुनाव होने थे लेकिन अब जानकारों का मानना है कि इसमें करीब 6 महीने का वक्त लग सकता है। कोर्ट ने आदेश दिया कि 4 जुलाई को होने वाली अगली सुनवाई में श्रीलंका क्रिकेट के चुनाव का रोडमैप दिया जाए। इसके बाद श्रीलंका के खेल मंत्री फैजर जयवर्द्धने ने पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों अरविंद डी सिल्वा, रोशन महानमा, महेला जयवर्द्धने, कुमार संगकारा और मुथैया मुरलीधरन से श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड में सलाहकार के तौर पर जुड़ने की अपील की थी। इसके बाद मुथैया मुरलीधरन ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें ये प्रस्ताव मंजूर नहीं है। उन्होंने कहा कि दिग्गज खिलाड़ियों को टीम से जोड़ने से कुछ नहीं होगा जब तक खेल को सुधारने के लिए प्रशासनिक स्तर पर कुछ कोशिश नहीं की जाए। उन्होंने कहा ये काफी दुख की बात है राष्ट्रीय खिलाड़ियों की तब तक मदद नहीं ली गई जब तक क्रिकेट पूरी तरह से गर्त में नहीं चला गया। मुझे टीम की मदद करने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन पहले मुझे ये यकीन हो कि खेल में सुधार के लिए प्रशासनिक स्तर पर सही दिशा में ईमानदारी से प्रयास किए जा रहे हैं।
इससे पहले महेला जयवर्द्धने ने भी इस ऑफर को ठुकरा दिया था। उन्होंने कहा था कि खेल मंत्री और चयनकर्ताओं का सम्मान करते हुए मैं इस प्रस्ताव को नामंजूर करता हूं। एक साल तक मैं क्रिकेट समिति में रहा और 6 महीने तक सलाहकार समिति में लेकिन उस दौरान हमने जो भी सिफारिशें की उसे लागू नहीं करवाया गया। इसलिए सिस्टम में मेरा विश्वास नहीं रह गया।