क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है यह तो सभी जानते हैं, लेकिन कुछ ऐसे अवसर भी सामने आए हैं जब क्रिकेट का खेल रोका गया है या असामान्य परिस्थितियों ने खिलाड़ियों को बीच में ही मैदान छोड़ने के लिए मजबूर किया है। पिछले कुछ दशकों में क्रिकेट मैच को बारिश, खराब रोशनी और तूफान जैसी कई तरह की परेशानियों के चलते रोका गया है। हालांकि, 2017 में देखा गया है कि कई विचित्र कारणों के चलते क्रिकेट मैचों में बाधा भी आयी है। आइये एक नज़र डालते हैं ऐसे ही कुछ विचित्र कारणों पर: # 4 मधुमक्खियों का हमला 4 फरवरी, 2017 को जोहान्सबर्ग के वांडरर्स में दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच खेला जा रहा एकदिवसीय मैच, मैदान पर मधुमक्खियों के झुंड का हमला होने के कारण एक घंटे से अधिक समय तक बाधित रहा। श्रीलंका के बल्लेबाजों, दक्षिण अफ्रीकी क्षेत्ररक्षकों और अंपायरों को हमले से बचने के लिये नीचे मैदान पर ही लेटना पड़ा। मैदान के कर्मचारियों ने पिच से मधुमक्खियों को हटाने के लिए कई तरीके अपनाये जिनमें दो अग्निशामकों का प्रयोग भी था। अंत में, एक छत्ते का निर्माण किया गया, और सुनिश्चित किया गया कि मधुमक्खियों को पकड़ कर हटाया जा सके और लगभग 65 मिनट के बाद खेल फिर से शुरू हो पाया। # 3 दिल्ली स्मॉग
ट्रैफिक कई बार लोगों की उड़ानें, ट्रेनों, बसों आदि के छुटने का कारण हो सकता है, लेकिन ट्रैफिक के कारण मैच में देरी होना क्रिकेट के खेल में अगस्त 2017 तक अनसुना था। एक टी20 का मैच सॉमरसेट और ग्लूस्टरशायर के बीच 6:30 बजे से खेला जाना था। मैदान पर पहुँचने के लिये, सॉमरसेट की टीम ने दोपहर 2 बजे अपनी यात्रा शुरू कर दी थी, लेकिन एक दुर्घटना के कारण बस ट्रैफिक में फंस गयी,जिससे उन्हें पहुँचने में साढ़े चार घंटे की देरी हुई। इस तरह खेल अपने निर्धारित समय से 45 मिनट की देरी से ( शाम 7:15) बजे शुरू हुआ। # 1 पिच पर कार 3 नवंबर, 2017 को दिल्ली के पालम ग्राउंड पर रणजी ट्रॉफी मुकाबले में जब दिल्ली और उत्तर प्रदेश खेल रहे थे,तब मैच के दौरान सबसे विचित्र रुकावट आयी जब एक आदमी अपनी कार को लेकर क्रिकेट पिच पर पहुंच गया । यह माना जा रहा है कि जब घटना हुई तो उस समय सुरक्षाकर्मी अपनी जगह पर मौजूद नहीं था। जांच किए जाने के बाद पुलिस निष्कर्ष पर पहुँची कि ड्राइवर मानसिक रूप से अस्थिर था और इसलिए कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई थी। जब यह घटना हुई तो गौतम गंभीर, इशांत शर्मा, सुरेश रैना आदि जैसे क्रिकेटर मैदान पर थे। लेखक: मीत संपत अनुवादक: राहुल पाण्डे