आईपीएल ज्यादातर भारतीय क्रिकेटरों के करियर में एक सुखद अनुभव रहा है क्योंकि आईपीएल के द्वारा उन्हें अपने कौशल को एक बड़े स्तर पर प्रदर्शित करने का अवसर मिला है। जहां एक तरफ मौके की तलाश कर रहे भारतीय युवा क्रिकेट खिलाड़ियों को एक अंतर्राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म मिला वहीं दूसरी तरफ अनुभवी खिलाड़ियों को अंतर्राष्ट्रीय परिद्दश्य में लौटने का मौका मिला है। हालांकि, कई भारतीय क्रिकेटर इस हाई प्रोफाइल पैसा लीग में अपने नाम के अनुसार प्रदर्शन करने में नाकामयाब रहे। वर्षों से प्रदर्शन में निंरतरता के कारण फ्रैंचाइजियों ने इनपर ध्यान देना बंद कर दिया। इस खेल के लिए तय मानक इतने उच्च है कि कभी-कभी सिर्फ एक खराब सीजन खिलाड़ियों को बाहर करने के लिए काफी होता है। इसलिए, कुछ अनुभवी भारतीय खिलाड़ियों को आईपीएल में फिर कभी नहीं देखा जा सकता है। यहां 4 ऐसे भारतीय क्रिकेटरों पर एक नजर डालते है, जिनका आईपीएल में करियर खत्म होने की कगार पर है-
#4 इशांत शर्मा
यह तेज गेंदबाज आईपीएल में कई पक्षों की तरफ से खेल चुका है लेकिन किसी भी फ्रेंचाइजी की तरफ से सफलता हासिल नहीं कर पाया है। कई अन्य भारतीय तेज गेंदबाजों की तरह डेथ ओवरो में अधिक रन देने के कारण इशांत की भी आलोचना की गई है। भारतीय टीम के सीनियर तेज गेंदबाज होने के नाते यह देखना आश्चर्यजनक है कि उन्होंने इतने सालों में डेथ ओवरो के दौरान बॉलिंग की कला में महारत हासिल नहीं की है। 2017 के बेहद खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें विकेट मिलने और साथ ही आईपीएल में फिर से खेलने की संभावनाएं लगभग समाप्त हो गई हैं, जहां वह 6 मैचों में एक भी विकेट हासिल नहीं खेल सके थे।
#3 चेतेश्वर पुजारा
सौराष्ट्र के इस बल्लेबाज ने हाल के वर्षों में खेल के सबसे छोटे प्रारूप में कोई खास सुधार नहीं दिखाया है। बड़े शॉट्स लगाने और तेज गति से रन बनाने में उनकी अक्षमता उन्हें टी-20 क्रिकेट के काबिल नहीं बना सकी है। वह लगातार 4 सीजन में आईपीएल में नहीं बिक सके हैं। उन्होंने आखिर बार 2014 के सीजन में किंग्स-XI पंजाब की तरफ से खेला था। इससे पहले, उन्होंने कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का प्रतिनिधित्व किया।
#2 मुनाफ़ पटेल
एक और भारतीय तेज गेंदबाज जो अंतरराष्ट्रीय स्तर से दूर हो गया जब वह अपनी मंजिल की तलाश कर रहे था। मुनाफ पटेल ने मुंबई इंडियंस के साथ अपनी छोटी सी पारी में अच्छा प्रदर्शन किया। बाद में अपने असंगत प्रदर्शन के कारण उन्हें 2013 में मुंबई इंडियंस से हटा दिया गया और अगले 3 सीजन तक उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला। उन्होंने 2017 में गुजरात लॉयंस के साथ एक बार फिर से वापसी की, लेकिन वह अपनी महत्वपूर्ण छाप छोड़ने में नाकाम रहे। जब आईपीएल में आखिरी बार मुनाफ पटेल को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उम्र और फॉर्म अब उनका साथ नहीं दे रही है और साथ ही साथ वह घरेलू क्रिकेट में भी कोई छाप नहीं छोड़ पाये हैं।
#1 अशोक डिंडा
बंगाल का यह अनुभवी तेज गेंदबाज का पिछले कुछ सालों के दौरान आईपीएल में सबसे ज्यादा निराशाजनक प्रदर्शन रहा है। पिछले सत्रों में कई कप्तानों ने डिंडा पर विश्वास दिखाते हुए उन्हें डेथ ओवरों में गेंदबाजी के कई मौके दिये लेकिन वह शायद ही कभी उनपर खरे उतर पाये हैं। डिंडा की अक्सर डेथ ओवरों में अत्यधिक फुल लेंथ गेंदें फेंकने को लेकर आलोचना की जाती रही है, जो बल्लेबाजो को रन बनाने के लिए आसान डिलीवरी होती हैं। डिंडा ने कोलकाता नाइट राइडर्स, दिल्ली डेयरडेविल्स, पुणे वॉरियर्स इंडिया, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के लिए खेला हैं। लेकिन इस साल वह बिकने में नाकामयाब रहे। उम्र अब उनका साथ नहीं दे रही है तो ऐसे में आईपीएल में फिर से डिंडा को खेलते देखना मुश्किल है। लेखक- अथर्व आप्टे अनुवादक- सौम्या तिवारी