कहते हैं कि अगर हमारे साथ कुछ अच्छा न भी हो तो हमें उस बुरे वक्त में अनुभव जरूर हासिल हो जाता है। ऐसा ही कुछ टीम इंडिया के साथ भी देखने को मिल सकता है। दरअसल, हाल ही में टीम इंडिया इंग्लैंड के हाथों 4-1 से टेस्ट सीरीज हार चुकी है। ऐसे में टीम इंडिया के लिए यह वक्त तो काफी बुरा था लेकिन इस वक्त में टीम ने काफी अनुभव भी हासिल किए हैं। इसके अलावा कुछ भी खराबी में अच्छाई भी जरूर देखने को मिल जाती है। इस टेस्ट सीरीज में भी कुछ अच्छाई देखने को मिली। आइए एक नजर डालते हैं उन सकारात्मक चीजों पर जो हमें इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में देखने को मिली। #1 विराट कोहली की बल्लेबाजी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अगर किसी भारतीय खिलाड़ी के बल्ले से रन निकले हैं तो वह है विराट कोहली। इस सीरीज में विराट ही ऐसे बल्लेबाज थे जिन्होंने भारत के लिए हम मोर्चे पर रन स्कोर किए। इस सीरीज में विराट ने सबसे ज्यादा 593 रन बनाए। इसके अलावा विराट इस सीरीज में एकमात्र ऐसे बल्लेबाज रहे, जिनके नाम दो शतक दर्ज हुए। विराट कोहली ने कई मैचों में टीम इंडिया के लिए सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में मदद की। हालांकि दूसरे छोर से भरपूर साथ न मिलने के कारण विराट की पारियां टीम की जीत में योगदान न दे सकी।#2 तेज गेंदबाजों का प्रदर्शन भारतीय सीमर ने इस सीरीज में तेज और सटीकता के साथ गेंदबाजी की। उन्होंने सीरीज में संयुक्त रूप से 61 विकेट हासिल किए। अपनी लाइन और लैंथ की मदद से गेंदबाजों ने लगातार इंग्लिश बल्लेबाजों को परेशान करके रखा। सीरीज में भारत को मिली एकमात्र जीत में तेज गेंदबाजों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। तेज गेंदबाजों का अच्छा प्रदर्शन उत्साहजनक था। इस दौरान जसप्रीत बुमराह ने नॉटिंघम में भारत की जीत में 5 विकेट लिए। वहीं इस सीरीज में इशांत शर्मा 18 विकटों के साथ दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। भारत की ओर से मोहम्मद शामी ने भी बल्लेबाजों की खूब परीक्षा ली और क्रीज पर परेशान करके रखा।#3 चेतेश्वर पुजारा का प्रदर्शन चेतेश्वर पुजारा ने इस सीरीज में एक बार फिर से साबित कर दिया कि वह टीम इंडिया के भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक हैं। हालांकि तब काफी आश्चर्य भी हुआ था जब उनको पहले टेस्ट मैच के लिए नहीं चुना गया था। हालांकि उन्होंने अपना कमाल चौथे टेस्ट मैच में दिखाया और 132 रनों की शानदार पारी को अंजाम दिया। इस सीरीज में पुजारा भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज रहे। उन्होंने इस सीरीज में 273 रन बनाए।#4 टीम के रूप में अच्छी प्रतिस्पर्धा भारतीय टीम ने सीरीज में एक टीम के रूप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया। पांच टेस्ट मैचों की इस सीरीज में दूसरे टेस्ट मैच के अलावा हर मैच में दोनों टीमों के बीच काफी करीबी लड़ाई देखने को मिली। इस सीरीज में टीम इंडिया की फील्डिंग में सुधार देखा गया है। वहीं इस सीरीज के टेस्ट मैचों में ऐसा भी देखा गया है कि काफी मौकों पर टीम इंडिया ने इंग्लैंड को दातों तले ऊंगली चबाने पर भी मजबूर कर दिया था, भले ही उस मैच के आखिर में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा हो। टीम इंडिया इस सीरीज को 4-1 से हार गई लेकिन थोड़ा और सुधार होता तो टीम इंडिया इस सीरीज को 3-2 से जीत सकती थी। लेखक: विशाल अनुवादक: हिमांशु कोठारी