न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज के लिए चयनकर्ताओं ने सोमवार को भारतीय टीम की घोषणा की। दिलीप ट्रॉफी में खिलाड़ियों के दमदार प्रदर्शन की वजह से टीम में कुछ बदलाव की उम्मीद थी। गौतम गंभीर और मयंक अग्रवाल ने टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया और बाएं हाथ की फैन फॉलोइंग देखते हुए उनकी टीम में वापसी तय मानी जा रही थी, लेकिन ऐसा संभव नहीं हुआ। भारतीय चयनकर्ताओं ने वेस्टइंडीज दौरे पर गई टीम को बरकरार रखा है जिसमें से स्टुअर्ट बिन्नी और शार्दुल ठाकुर को मौका नहीं दिया है। 2014 में भारत के लिए आखिरी बार टेस्ट खेलने वाले गंभीर ने अच्छे फॉर्म के संकेत दिए थे। उन्होंने जारी दिलीप ट्रॉफी में लगातार चार अर्धशतक जमाए और एक इंटरव्यू में कहा कि चयनकर्ताओं का भरोसा जीतने के लिए उन्हें बड़ी शतकीय पारी खेलने की जरुरत है। दिलीप ट्रॉफी फाइनल के दूसरे दिन प्रशंसकों ने ग्रेटर नॉएडा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में बैनर लहराया जिसमें लिखा था कि 'गंभीर को वापस बुलाओ'। चयनकर्ताओं द्वारा टीम की घोषणा के बाद गंभीर की डाई-हार्ड चार फैन-अस्मिता, अर्यांका, सुरभी और प्रिया का दिल जरुर टूटा होगा। टीम की घोषणा के बाद पूरे दिन गंभीर को टीम में नहीं चुने पर ट्वीट की बहार आई। यह देखने को भी मिला कि फैंस ने कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले को गंभीर का चयन नहीं करने का दोषी माना, जबकि दो संघर्षरत बल्लेबाजों शिखर धवन और रोहित शर्मा को मौका मिला। इन सभी मामलों के बावजूद गंभीर थोड़े निराश जरुर नजर आए, लेकिन उनके ट्वीट की मानी जाए तो वह टीम में वापसी के लिए हरसंभव कोशिश करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। I'm disappointed but not defeated; I'm cornered but not a coward. Grit my partner, courage my pride...for, I must fight, I must fight... — Gautam Gambhir (@GautamGambhir) September 12, 2016 (मैं निराश हूं, लेकिन हारा नहीं हूं। मैं चिंतित हूं, लेकिन डरपोक नहीं। मेरा हौसला टूटा नहीं है, टीम में वापसी के लिए मैं लडूंगा, मैं लडूंगा।) गंभीर की वापसी को लेकर बहस जारी है, लेकिन अगर हम उनके आंकड़ों पर नजर घुमाए तो दिलीप ट्रॉफी के अलावा उनका प्रदर्शन ख़ास नहीं रहा है। पिछले वर्ष प्रथम-श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 37।53 की औसत से 488 रन बनाए जो उनके जैसे स्तर के बल्लेबाज के लिहाज से अच्छा नहीं है। दूसरी तरफ, श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों ने घरेलू क्रिकेट में निरंतर बेहतर प्रदर्शन किया, लेकिन खिलाड़ियों के चयन के दौरान उनके नाम पर कोई चर्चा तक नहीं हुई। अगर गंभीर अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखते हैं तो निश्चित ही टीम इंडिया में उनकी दोबारा वापसी हो सकती है क्योंकि उनकी बल्लेबाजी और स्टांस में काफी बदलाव भी आया है। पर्थ में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज जस्टिन लैंगर के साथ कड़ी मेहनत करने के बाद गंभीर के खेल में काफी सुधार हुआ है।