34 वर्षीय इस बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने आईपीएल में वीरेन्द्र सहवाग की कप्तानी वाली दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से खेलना शुरू किया था। बाद में 2011 की नीलामी में उन्हें केकेआर ने खरीद लिया था। गंभीर ने अबतक 105 मैचों में केकेआर की कप्तानी की है। साथ ही उथप्पा के साथ मिलकर टीम को आक्रामक शुरुआत दिलाई है। इस आक्रामक बल्लेबाज़ ने कई मैचों में कप्तानी पारी खेली है और आईपीएल में कई हाफसेंचुरी लगाई है। हाल ही उन्होंने हैदराबाद के खिलाफ 16 अप्रैल को 60 गेंदों में 90 रन बनाये थे। रिकॉर्ड 2.4 मिलियन डॉलर में बिकने वाले गंभीर ने टूर्नामेंट के चौथे संस्करण में टीम को पहली बार प्लेऑफ़ जगह दिलाई थी। 2012 में केकेआर ने ट्राफी पर कब्जा किया। जहां टीम को 10 मैचों में जीत और 5 में हार का सामना करना पड़ा था। फाइनल में टीम ने चेन्नई को हराया था। साल 2013 में टीम का प्रदर्शन खराब रहा लेकिन साल 2014 में टीम ने एक बार फिर खिताबी जीत हासिल की। गंभीर को केकेआर की टीम को बनाने का श्रेय जाता है। लेकिन टीम के मेंटर वसीम अकरम ने जो बात कही है वह सबसे बेहतरीन है उन्होंने गम्भीर को ''आईपीएल का सर्वश्रेष्ठ कप्तान'' बताया है। गंभीर की कप्तानी में केकेआर ने चैंपियंस लीग टी-20 का मिलाकर 105 मैचों में से 60 में जीत हासिल की है। जिसमें उनका विनिंग परसेंटेज 58.17 है। लेकिन आईपीएल में दो टीमों (2009 सीजन में दिल्ली) की कप्तानी करने वाले गंभीर ने 106 मैचों में 61 मैच जीते हैं और उनका विनिंग परसेंटेज 58.01 है। इस दौरान उन्होंने 31 अर्धशतक बनाये हैं हालांकि उन्होंने शतक नहीं बनाया है। जबकि वह टीम के आक्रमक बल्लेबाजों में आते हैं। गंभीर ने इस दौरान कई युवा खिलाड़ी जैसे इक्बाल अब्दुल्लाह, सूर्यकुमार यादव और मनविंदर बिसला को भी तैयार किया है, जिन्होंने कई मौके पर टीम को विजेता बनाया है। गंभीर ने कई मौकों पर टीम इंडिया के सीमित ओवरों के कप्तान धोनी को फील्ड सेटिंग से परेशान किया है। उन्होंने धोनी के लिए टेस्ट मैचों की तरह फील्ड लगाकर उन्हें बड़े शॉट खेलने पर रोकने में कामयाबी हासिल की है। जिसमें दो स्लिप, सिली पॉइंट, फॉरवर्ड शोर्टलेग जैसी फील्ड लगाकर उन्होंने सभी को हैरत में डाल दिया है। हालांकि कई बार गौतम मैदान पर अपना आपा भी खोते दिखाई दिए हैं। लेकिन उनकी केकेआर के प्रति डेडीकेसन कमाल का रहा है। इसी वजह से वह आज आईपीएल में सबसे सफल कप्तानों में गिने जाते हैं।