पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों की वेतन वृद्धि की मांग का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई के बढ़ते रेवेन्यू में हिस्सा पाने के खिलाड़ी हकदार भी हैं। विराट कोहली और टीम के सदस्यों की मांग पर दादा ने अपने इस तरह के विचार रखे हैं।
भारतीय कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वेतन में बढ़ोतरी की मांग उठाई थी, जिसे सीओए ने मान लिया है। गांगुली ने इस समबन्ध में कहा है कि निश्चित रूप से खिलाड़ियों को पैसे मिलने चाहिए। बोर्ड को काफी पैसा मिलता है इसलिए खिलाड़ियों को भी मिलना चाहिए। जब विराट कोहली खेलते हैं, तो पूरा देश उन्हें देखता है। गांगुली ने एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान इन बातों का जिक्र किया।
इसके अलावा गांगुली ने यह भी कहा कि क्रिकेट प्राधिकरणों को क्रिकेटरों पर ध्यान देना चाहिए क्योंकि उनका करियर छोटा ही होता है। उन्होंने कहा कि 15 वर्ष का करियर होता है, उसमें भी कई खिलाड़ी इस समय तक भी नहीं खेलते इसलिए उनका ख्याल रखा जाना जरुरी है।
गांगुली ने 1991 के अपने समय और आज में काफी फर्क बताते हुए कहा कि जब मैं ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गया था तो मुझे तीस हजार रूपये उस दौरे के मिले थे और अब इसमें कितना अंतर आया है। बोर्ड इसमें खिलाड़ियों का ध्यान रख भी रहा है।
गौरतलब है कि वेतन वृद्धि और मैच फीस की मांग को लेकर विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी ने सीओए के सदस्यों से मुलाक़ात की थी। इसके बाद सीओए मुखिया विनोद राय ने इस पर सहमति जताई है। इससे खिलाडयों के मौजूदा ग्रेड पर फर्क पड़ेगा और अलग-अलग ग्रेड में मिलने वाले मेहनताने में भी अंत देखने को मिलेगा।
सौरव गांगुली ने क्रिकेट सुधारों में बेहतरीन कार्य किया है। उन्हें जहाँ भी लगता है कि उन्हें अपनी राय रखनी चाहिए वे हमेशा रखते हैं। इस मामले में भी उन्होंने बेबाकी से अपना पक्ष रखा।