भारतीय क्रिकेट टीम के नए कोच रवि शास्त्री के साथ जहीर खान और राहुल द्रविड़ को गेंदबाजी कोच और सलाहकार नियुक्त करने के बाद प्रशासकों की समिति द्वारा उठे सवालों से आहत होकर सचिन, गांगुली और लक्ष्मण वाली क्रिकेट सलाहकार समिति ने बीसीसीआई को पत्र लिखकर पूरे मामले को देखने का निवेदन किया है। गौरतलब है कि COA ने क्रिकेट सलाहकार समिति ने यह आरोप लगाए थे कि उन्होंने रवि शास्त्री को कोच चुनने के अलावा एक कदम आगे जाते हुए जहीर खान को गेंदबाजी कोच और राहुल द्रविड़ को बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त किया है। इन आरोपों के बाद मीडिया में क्रिकेट सलाहकार समिति पर उठी बातों को साफ़ करने के लिए सलाहकार समिति ने प्रशासकों की समिति के चेयरमैन विनोद राय को पत्र लिखा है। इस पत्र के अनुसार "हमने जहीर खान और राहुल द्रविड़ को रखने के बारे में शास्त्री से बातचीत की थी और उनकी स्वीकृति के बाद ही ऐसा किया है। इससे आने वाले दिनों ए भारतीय क्रिकेट को लाभ होगा। रवि शास्त्री की स्वीकृति के मिलने पर ही हमने जहीर और द्रविड़ के नामों की सिफारिश की है।" आगे पत्र में लिखा गया कि जिस तरह इन नियुक्तियों को लेकर मीडिया में हमारे बारे में चीजें आ रही है, उसे आप उनके सामने रखें और कोच पद के समय हुई प्रक्रिया की पारदर्शिता को सबके सामने रखते हुए झूठी बातों को रोकें। उन्होंने कहा कि हमने आपको बताया है कि जहीर और द्रविड़ को रवि शास्त्री पर थोपने जैसा कुछ नहीं किया गया है, तो क्रिकेट प्रेमियों को भी सच्चाई पता चलनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि 10 जुलाई को भारतीय टीम के मुख्य कोच के लिए हुए इंटरव्यू के बाद अगले दिन टीम इंडिया के मुख्य कोच की घोषणा के साथ ही जहीर खान को गेंदबाजी कोच और पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ को विदेश दौरों के लिए बल्लेबाजी सलाहकार नियुक्त करने की घोषणा हुई थी। इसके बाद ऐसी खबरें आई थी कि प्रशासकों की समिति ने इस काम में क्रिकेट सलाहकार समिति द्वारा खुद से किया हुआ फैसला माना गया। शास्त्री इस बारे में कह चुके हैं कि द्रविड़ और जहीर की नियुक्तियां अस्थायी तौर पर हुई है।