भारतीय टीम में कुलदीप यादव का आज अपना एक नाम है इसमें कोई शक नहीं है। टीम की गेंदबाजी को वे लीड करते हैं लेकिन यह सफलता भी उन्हें सीधा नहीं मिली है। इसके बार में उन्होंने बयान देते हुए गौतम गंभीर का धन्यवाद किया है, जिन्होंने उनका पूरा समर्थन किया था।
कुलदीप यादव को 2012 आईपीएल मुंबई इंडियंस ने लिया था लेकिन मैच खेलने का मौका उन्हें नहीं मिला। इसके बाद कोलकाता नाइटराइडर्स में उनको शामिल किया गया। इस दौरान टीम के कप्तान गौतम गंभीर ने उन पर ध्यान दिया और पूरा समर्थन भी किया। आज अपनी सफलता के पीछे कुलदीप गौतम गंभीर को श्रेय देते हैं।
एक खेल समाचार वेबसाइट से बातचीत करते हुए कुलदीप ने कहा कि जब मैं कुछ नहीं था उस समय मुझे सपोर्ट करने के लिए गौती भाई का मैं शुक्रगुजार हूँ। जब मुझे कोई नहीं जानता था, तब उन्होंने मेरा समर्थन किया। उनके साथ और केकेआर के साथियों के साथ सफर बहुत शानदार रहा। मैं हमेशा सभी प्रारूपों में भारत के लिए खेलना चाहता था और उसके लिए उनके जैसे व्यक्ति की गाइडेंस की जरूरत थी।
गौरतलब है कि कुलदीप यादव भारत के पहले चायनामैन गेंदबाज हैं। शुरूआती दिनों में वे एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे लेकिन उनके कोच ने उनकी कद काठी को देखते हुए एक स्पिन गेंदबाज बनने की सलाह दी। इसे मानते हुए कुलदीप ने वैसा ही किया और आज यहाँ तक पहुँच गए हैं।
गौतम गंभीर की कप्तानी में 2014 के चैम्पियंस लीग टी20 टूर्नामेंट में कुलदीप यादव का इस्तेमाल अच्छी तरह किया गया। इस दौरान वे साझेदारी तोड़कर विकेट दिलाने वाले गेंदबाज साबित हुए। कोलकाता नाइटराइडर्स के सहायक कोच ने भी कहा था कि गंभीर ने कुलदीप यादव का सपोर्ट किया।
अपना पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी वर्ष कुलदीप ने धर्मशाला में खेला था और पहली पारी में 4 विकेट लेकर एक शानदार गेंदबाज होने का प्रमाण उन्होंने वहां दिया था।