गौतम गंभीर ने धोनी की बायोपिक पर दिए बयान को लेकर दी सफाई

भारतीय टीम में वापसी की कोशिश में जुटे ओपनर गौतम गंभीर ने अपने ट्विटर हैंडल पर सफाई दी कि वह क्रिकेटर की जिंदगी पर बनने वाली बायोपिक के खिलाफ नहीं है, बल्कि उन्होंने अपने ऊपर बनने वाली बायोपिक के बारे में ऐसा बयान दिया था।

रविवार को ऐसी खबरें आई थी कि 34 वर्षीय बाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि वह क्रिकेटरों पर बनने वाली बायोपिक के समर्थक नहीं है। उन्होंने कहा था कि भारत में कई ऐसे लोग हैं जिन्होंने बहुत योगदान दिया है और वह बायोपिक बनवाने के हक़दार हैं। रिपोर्ट के मुताबिक गंभीर ने कहा, 'बिलकुल भी नहीं, मुझे नहीं लगता कि क्रिकेटरों पर बायोपिक बनना चाहिए। मेरे ख्याल से वो लोग, जिन्होंने क्रिकेटरों से अधिक देश के लिए योगदान दिया है, बायोपिक के हक़दार हैं। देश के कई लोगों ने शानदार काम किया है और इसलिए उनकी जिंदगी पर बायोपिक बनना चाहिए।' इससे पहले भी भारतीय टीम के बाएं हाथ के बल्लेबाज ने ट्वीट करके कहा था कि क्रिकेटर से अधिक जवानों देश की सेवा करते हैं। जवान देश को सुरक्षित रखते हैं, जो बायोपिक के हक़दार हैं। इससे बेहतर और कुछ प्रेरक नहीं होगा कि एक युवा अपने देश के लिए जान देने से भी नहीं कतराएं।

2010 में गंभीर ने खुलासा किया था कि भगत सिंह उनके आदर्श हैं और साथ ही स्वीकार किया था कि उनके बारे में या ऐसी किताबें पढ़ने की किसी को भी शक्ति और ऊर्जा का एहसास होगा। गंभीर ने कहा था, 'वह (भगत सिंह) मेरे आदर्श हैं। जब आप इस तरह की किताबें पढ़ते हैं तो आपको अधिक शक्ति और ऊर्जा मिलती है। मुझे भगत सिंह बहुत पसंद हैं।' धोनी के लंबे समय के टीम साथी युवराज सिंह सीमित ओवरों के कप्तान पर बनी बायोपिक को लेकर काफी उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि वह रांची में जन्मे क्रिकेटर की जिंदगी को रुपहले पर्दे पर देखने के लिए काफी उत्सुक हैं। उन्होंने कहा, 'मैं तो यह फिल्म देखना चाहता हूं। मुझे देखना है कि फिल्म में एमएस धोनी को किस तरह बताया गया है। मैं फिल्म देखने के लिए उत्सुक हूं और उन्हें शुभाकामनाएं देना चाहता हूं।'