आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स के कप्तान और फ़िलहाल भारतीय टीम से बाहर चल रहे गौतम गंभीर ने चैंपियन ट्रॉफी के चयन को लेकर अपना विचार रखा है। गंभीर ने कहा कि आईपीएल के फॉर्म से चैंपियंस ट्रॉफी चयन पर प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए। पिछले साल भारतीय टेस्ट टीम में वापसी करने वाले गंभीर भारत की एकदिवसीय टीम से लगभग 4 साल से बाहर हैं। जून में इंग्लैंड में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम का चयन कल किया जाएगा। ESPNCricinfo से बात करते हुए गंभीर ने कहा," टी20 में अच्छे प्रदर्शन से सिर्फ 20 टीम में ही चयन के लिए आप काबिल माने जाते हो। एकदिवसीय टीम में चयन के लिए टी20 के प्रदर्शन को मायने नहीं रखना चाहिए। अगर आप टी20 के प्रदर्शन से एकदिवसीय टीम में खिलाड़ियों को मौका देते हैं, तो इसका मतलब है कि आप घरेलू एकदिवसीय टूर्नामेंट को कोई महत्त्व नहीं दे रहे हैं।" गंभीर ने अपने चयन की उम्मीद को लेकर कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वो भारतीय टीम में आने के लिए केकेआर की तरफ से रन बना रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा कि मैं वर्तमान में विश्वास रखता हूँ। अगर मैं चैंपियंस ट्रॉफी को ध्यान में रखकर रन बनाऊंगा, तो फिर उसे मतलबी होना कहा जाएगा। मेरी तरह फिर केकेआर के बाक़ी भारतीय खिलाड़ी भी चैंपियन ट्रॉफी पर अगर ध्यान देंगें, तो सबका ध्यान टीम के बजाये खुद के प्रदर्शन पर ही टिक जाएगा और ये कहीं से भी सही नहीं है। मैं अपनी टीम की जीत के लिए मैच खेलता हूँ, न कि भारतीय टीम में चयन के लिए। गंभीर ने ये भी कहा कि टेस्ट, एकदिवसीय और टी20 खेलने के लिए आपको अलग तकनीक की जरूरत पड़ती है। उनके अनुसार क्रिकेट का हर फॉर्मेट एक तरह से नहीं खेला जा सकता है। गंभीर ने अभी तक आईपीएल के इस सीजन में काफी शानदार बल्लेबाजी की है और उनके नाम 12 मैचों में 425 रन हैं। हालांकि इससे पहले 50 ओवरों के विजय हजारे ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और उन्होंने 5 मैचों में सिर्फ 133 रन ही बनाये थे।