गौतम गंभीर वो नाम है जो किसी परिचय का मोहताज नहीं है। 2007 टी20 विश्वकप और 2011 विश्वकप में भारत की खिताबी जीत में अहम योगदान देने वाले इस खिलाड़ी ने मैदान के बाहर और अंदर कई शानदार कार्य किये हैं। हालिया मामला पूर्व पाक ऑल राउंडर शाहिद अफरीदी के आतंकवादियों के समर्थन में किये गए ट्वीट कर है। गंभीर ने जवाबी ट्वीट करते हुए अफरीदी का मजाक उड़ाया है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि मीडिया में मुझे शाहिद अफरीदी के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने के लिए पूछा है, जिसमें कश्मीर और यूनाइटेड नेशंस की बात की गई है। इसमें बोलना क्या है। आगे उन्होंने लिखा कि उन्होंने अपनी डिक्शनरी के निम्न शब्द का इस्तेमाल किया है और यूनाइटेड नेशंस का नाम (19 साल) अपनी आयु के रूप में बताया है। गंभीर ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि अफरीदी अपनी उम्र को लेकर हमेशा छुपते हुए दिखते हैं। दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान ने आगे कहा कि मीडिया को रिलेक्स हो जाना चाहिए क्योंकि यह वैसा ही बयान है जैसे शाहिद अफरीदी नो बॉल पर आउट हो गए हों। भारतीय क्रिकेटर ने अफरीदी का मजाक बनाते हुए आतंकियों के समर्थन में दिए गए बयान पर तीखा व्यंग्य किया है। यहां पढ़ें: शाहिद अफरीदी का भारत विरोधी बयान गंभीर ने हाल पिछले साल ही अपने फाउंडेशन ‘गौतम गंभीर फाउंडेशन (GGF)’ द्वारा दिल्ली में गरीबों को प्रतिदिन मुफ्त खाना खिलाने के लिए सामुदायिक रसोई का उद्घाटन किया है।इसके अलावा पिछले साल सितम्बर में अनंतनाग आतंकी हमले में शहीद हुए एएसआई अब्दुल राशिद की बेटी जोहरा की पढ़ाई का खर्च उठाने की बात कही। अपने पिता की अंतिम यात्रा के समय जोहरा की रोते हुए तस्वीर बहुत वायरल हुई थी। इसके बाद लोगों ने गहरी संवेदनाएं भी प्रकट की थी। गंभीर ने इस मामले पर सराहनीय कदम उठाते हुए जोहरा की पूरी पढ़ाई का खर्च उठाने की बात कही है। बच्ची के आंसूओं को देखकर गंभीर को भी दुःख हुआ और वे मदद के लिए आगे आए।