भारतीय टीम के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पर बनी बायोपिक का सभी को बेसब्री से इंतजार है। न सिर्फ देश बल्कि विदेशों में भी माही के फैंस को इस फिल्म के रिलीज़ होने का इंतजार है, जिसमें उनकी यात्रा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बनने की बताई है। फिल्म की रिलीज़ की तारीख करीब है, लेकिन इसने कुछ विवादों की शुरुआत कर दी है। हाल ही में राज ठाकरे की अध्यक्षता वाली महाराष्ट्र की राजनीतिक पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने फिल्म को बॉयकोट करने की धमकी दी है। मनसे का कहना है कि इस फिल्म की मराठी में डबिंग नहीं होना चाहिए बल्कि सिर्फ हिंदी में ही यह दिखाई जाना चाहिए। एक और मामला सामने आया था कि धोनी ने अपनी बायोपिक के राइट्स से बढ़कर 40 करोड़ रुपए की मांग की थी। हालांकि, निदेशक नीरज पांडे ने इस मामले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि यह सिर्फ अफवाह है। इन सभी विवादों से अलग धोनी की कप्तानी में खेल चुके भारतीय बल्लेबाज गौतम गंभीर ने ऐसा बयान दिया है, जिससे कई लोगों को हैरानी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब धोनी पार आने वाली फिल्म के बारे में सवाल किया गया तो गंभीर ने कहा, 'बिलकुल भी नहीं, क्रिकेटरों पर बायोपिक बनने पर मेरा विश्वास नहीं है। मेरे ख्याल से जिसने क्रिकेटरों से अधिक देश के लिए योगदान दिया है, उसकी बायोपिक बनना चाहिए। हमारे देश में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने कई अच्छे कार्य किए हैं। इसलिए बायोपिक उनकी जिंदगी पर बनना चाहिए।' गंभीर का यह बयान जरुर आश्चर्यजनक लग सकता है, लेकिन यह उनका निजी विचार है और इसमें कुछ गलत नहीं है। अभी भूलने वाली बात नहीं है क्योंकि अगले वर्ष तक एक और फिल्म रिलीज़ होने वाली है जो क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर के जीवन पर आधारित है। टीम इंडिया से बाहर चल रहे गौतम गंभीर ने इशारो-इशारो में धौनी की बायोपिक को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। गंभीर ने कहा है कि वह क्रिकेटरों के ऊपर बनने वाली फिल्मों में विश्वास नहीं करते हैं, क्योंकि क्रिकेटर्स बायोपिक के लायक नहीं है। वहीं आईपीएल में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की कप्तानी के बाद गंभीर का मानना है कि अब उन्हें दिल्ली से ज्यादा 'कोलकाता बॉय' के नाम से पुकारा जाने लगा है। अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का खिताब दिला चुके गंभीर ने कहा, 'दिल्ली डेयरडेविल्स छोड़ने के बाद जब मैं कोलकाता नाइट राइडर्स से जुड़ा था तब मैंने कहा था कि मैं एक कोलकाता बॉय हूं और उसके लिए मुझसे जो कुछ भी होगा मैं करूंगा। एक पेशेवर क्रिकेटर को दूसरे तरीके से भी सोचना चाहिए। जब आप टीम का नेतृत्व करते हैं तो आपको जीतने का प्रयास करना चाहिए।'