पिछले कई सालों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे क्रिकेटर गौतम गंभीर इन दिनों सामाजिक कार्य में भी काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। कश्मीर में आतंकी हमले में शहीद हुए एएसआई अब्दुल रशीद की बेटी जोहरा की मदद का मुद्दा हो या छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के बच्चों की शिक्षा के खर्च को वहन करने जैसे मामलों में गंभीर खुलकर मदद करने के लिए आगे आये हैं। गंभीर ने हाल ही में 'गौतम गंभीर फाउंडेशन' की स्थापना भी की थी जिसके जरिये वे बेसहारा लोगों के लिए मदद का हाथ बढ़ाते हैं। इन सबके बाद गंभीर पिछले दिनों एक नए अवतार में नज़र आये जिसे देखकर लोग हैरान रह गए। हाल ही में एक कार्यक्रम के दौरान माथे पर बिंदी लगाए और दुपट्टा डाले गौतम गंभीर के फोटो मीडिया की सुर्खियां बने तो हर किसी को हैरानी हुई, लेकिन इस वेशभूषा के पीछे की उनकी मंशा के बारे में जब लोगों को पता चला तो लोग उनकी तारीफ किये बिना नहीं रह सके। दरअसल, गौतम समाज में उपेक्षा और भेदभाव के शिकार किन्नर समाज के प्रति समर्थन जताने के लिए उनके कार्यक्रम हिजड़ा हब्बा के उद्घाटन समारोह में पहुंचे थे। हिजड़ा हिब्बा नाम का ये कार्यक्रम देश भर में फैले एचआईवी एड्स से संबंधित संगठन अलायन्स इंडिया द्वारा आयोजित किया गया था। इसका उद्देश्य ट्रांसजेंडर को मजबूत बनाने और उनके सशक्तिकरण पर जोर देना था।
यह पहली बार नहीं है जब गौतम गंभीर ने समाज के हाशिये पर खड़े इस खास वर्ग के प्रति अपना समर्थन जताया है। इसी साल उन्होंने दो ट्रांसजेंडर्स को अपनी बहन बनाते हुए उनसे राखी बंधवाई थी। गंभीर ने इसका फोटो भी अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया था। उन्होंने अबीना अहर और सिमरन शेख नाम की दो ट्रांसजेंडर्स को अपनी बहन बनाते हुए भावनाओं से भरा संदेश लिखा था। अपने पोस्ट में गंभीर ने लिखा था 'औरत या मर्द होने के बजाय इंसान होना सबसे ज्यादा मायने रखता है। दो सम्मानीय ट्रांसजेंडर अबीना अहर और सिमरन शेख और मेरे हाथ मे उनकी राखी के साथ। मैंने वो जैसी हैं वैसे ही स्वीकार कर लिया है , क्या आप करेंगे?'