विस्फोटक बल्लेबाज़ ग्लेन मैक्सवेल ने शतक के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम में यादगार वापसी की है। श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे टीम में उन्हें ख़राब फ़ॉर्म की वजह से बाहर रखा गया था, जिसे मैक्सवेल ने बेहद गंभीरता से लिया और जब टी20 टीम में उन्हें वापस बुलाया गया तो एक ऐसी पारी खेल दी, जो सालों तक सभी के ज़ेहन में ज़िंदा रहेगी। मैक्सवेल ऑस्ट्रेलिया की ओर से टी20 में शतक लगाने वाले सिर्फ़ तीसरे खिलाड़ी बने, जबकि श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी20 में शतक लगाने वाले वह पहले बल्लेबाज़ बन गए। ग्लेन मैक्सवेल ने महज़ 65 गेंदो पर 145 नाबाद रनों की पारी खेली जिसमें 14 चौके और 9 छक्के शामिल हैं। एक नज़र डालिए इस पारी में मैक्सवेल के बनाए गए रिकॉर्ड पर।
#1 अंतर्राष्ट्रीय टी20 इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी पारी खेलने वाले बल्लेबाज़ बन गए ग्लेन मैक्सवेल, आरोन फिंच (156) के नाम है सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड। #2 ऑस्ट्रेलिया की ओर से टी20 में शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज़। #3 श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी20 में शतक लगाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़। #4 ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहली बार टी20 में सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज़। #5 ग्लेन मैक्सवेल की इस पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने टी20 क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया, इससे पहले ऑस्ट्रेलिया का टी20 में सबसे बड़ा स्कोर 248 रन था। #6 टी20 अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया ने इस पारी के दम पर बनाया सबसे बड़ा स्कोर (263), इससे पहले श्रीलंका ने ही केन्या के ख़िलाफ़ बनाया था 260 रनों का स्कोर। #7 टी20 इतिहास में ऑस्ट्रेलिया ने सबसे बड़े स्कोर (263) की बराबरी की, जो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के नाम है। #8 ऑस्ट्रेलिया की ओर से टी20 में शेन वॉट्सन के बाद पूरे 20 ओवर खेलने वाले दूसरे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज़ बने ग्लेन मैक्सवेल, शेन वॉट्सन ने भारत के ख़िलाफ़ 2016 में सलामी बल्लेबाज़ी करते हुए अंत तक 124 रन बनाकर नाबाद रहे थे।
इससे पहले श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ के लिए उन्हें टीम से सिर्फ़ इसलिए बाहर कर दिया गया था कि उनके प्रदर्शन से चयनकर्ता ख़ुश नहीं थे। इसके बाद उन्हें अपने घर में ऑस्ट्रेलिया ए की ओर से चतुष्कोणीय टूर्नामेंट खेलने के लिए मौक़ा दिया गया था। हालांकि चतुष्कोणीय टूर्नामेंट में भी इस बल्लेबाज़ का प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा था, लेकिन फिर भी इन्हें टीम में वापस बुलाया गया और सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका दी गई, जिसको स्वीकार करते हुए उन्होंने चयनतर्ताओं को शानदार जवाब दिया।