विक्टोरिया बुशरेंजर्स ने ग्लेन मैक्सवेल को न्यू साउथवेल्स में नहीं जाने दिया

श्रीलंकाई दौरे पर टीम ऑस्ट्रेलिया ने वनडे और टी20 सीरीज में कमाल का प्रदर्शन किया और टेस्ट सीरीज में मिली हार का बदला ले लिए। वनडे टीम से बाहर रहे टी20 के हीरो ग्लेन मैक्सवेल ने दोनों ही टी20 में कमाल का प्रदर्शन किया और एकतरफ़ा अपने दम पर टीम को जीत के पार पहुंचाया। ऑस्ट्रेलियाई विस्फोटक बल्लेबाज़ ग्लेन मैक्सवेल ने बुधवार को श्रीलंका के खिलाफ़ टी20 मैच में पहली बार सलामी बल्लेबाज़ की भूमिका निभाई। इस टी20 में शानदार प्रदर्शन के बाद मैक्सवेल ने ये भी माना कि वो सलामी बल्लेबाज़ी के स्थान पर कई दिनों से नज़र बनाये हुए थे। पिछले कुछ समय से खराब फॉर्म में चल रहे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्सवेल ने मंगलवार को आखिरकार अपने फॉर्म में वापस आने का संकेत दिया। मैक्सवेल ने शानदार शतक लगाकर सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। मैक्सवेल पिछले कुछ समय से वनडे टीम में जगह बनाने में नाकामयाब रहे थे। इसी के बाद मैक्सवेल ने ये भी माना कि कैरेबियाई धरती पर खेले गए त्रिकोणीय सीरीज़ में उनका प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। वनडे टीम से बाहर रहे ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्लेन मैक्सवेल की इस मैच में वापसी हुई, पर वापसी के बाद मैक्सवेल ने इस मैच में जो कारनामा किया वो एक लम्बे अरसे तक क्रिकेट प्रेमियों को याद रहेगा। सलामी बल्लेबाज़ी करने उतरे ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार बल्लेबाज़ी की और अपना पहला टी20 शतक जड़ दिया। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया टी20 में सर्वाधिक रन बनाने वाली टीम भी बन गई। ग्लेन मैक्सवेल की इस तूफानी पारी ने श्रीलंकाई गेंदबाजों को उड़ा कर रख दिया। मैक्सवेल इस मैच में 145 रन बनाकर नाबाद रहे थे। श्रीलंका दौरे के ठीक बाद ग्लेन मैक्सवेल ने अपनी राज्य स्तर की टीम विक्टोरिया बुशरेंजर्स को बदलकर दूसरी टीम न्यू साउथवेल्स में जाना चाहते थे। मैक्सवेल को ये बदलाव करने से रोक दिया गया जिससे वो बेहद निराश भी हुए। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कॉन्ट्रैक्ट के अंतर्गत किसी भी खिलाड़ी को अपनी टीम बदलने के लिए 1 जुलाई तक आवेदन दे देना होता है, पर मैक्सवेल ने ये आवेदन समय सीमा ख़त्म होने के छह हफ्ते बाद पेश किया जिससे सीधे से खारिज कर दिया गया।