सीमित ओवरों के खेल में भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा के अनुसार एक विदेशी दौरों पर तीनों की प्रारूपों की सीरीज खेलने से शरीर पर काफी प्रभाव पड़ता है इसी वजह से वह आगे के विदेशी दौरों के दौरान एक ही प्रारूप खेलना पसंद करेंगे। भारतीय टीम अभी दो महीने के लम्बे दौरे के लिए दक्षिण अफ्रीका गयी है जहाँ टीम 3 टेस्ट मैचों की सीरीज़ खेल चुकी है जबकि उसे अभी 6 एकदिवसीय मैचों की सीरीज़ और 3 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों की सीरीज़ खेलना बाकी है। मैचों के कार्यक्रम के बारे में पूछे जाने पर रोहित ने कहा “बातें हो रही हैं कि सिर्फ एक सीरीज खेल कर घर वापस चले जाएँ। भारतीय टीम जब भी बाहर खेलने जाती है तो हम सभी सीरीज़ खेलते हैं और इससे शरीर पर काफी प्रभाव पड़ता है।” रोहित ने ऐसा बोलने से पहले पूरा रिसर्च नहीं किया क्योंकि भारत अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ कॉन्ट्रैक्ट कर चुका है कि टेस्ट मैचों और सीमित ओवरों की सीरीज अलग-अलग दौरों पर खेली जाएंगी। हालांकि, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में भारतीय टीम अभी भी एक ही दौरें में सभी सीरीज खेलती है। इसे भी पढ़ें: एकदिवसीय श्रृंखला में अजिंक्य रहाणे नम्बर 4 पर अच्छे विकल्प होंगे: विराट कोहली एकदिवसीय मैचों में तीन दोहरे शतक बना चुके रोहित ने आगे कहा “हमने इस बारे में बात की है कि खिलाड़ियों के लिए एक दौरे पर एक सीरीज ही खेलना सही रहेगा लेकिन भारतीय टीम अभी तक एक ही दौरे पर सारी सीरीज खेलती आई है। वहीं दूसरी टीमें भारत आती हैंं, एक प्रारूप खेलती हैं फिर वापस चली जाती हैं, फिर वापस जाकर रिफ्रेश होकर अगली सीरीज खेलने आते हैं।” हालांकि, मैचों के कार्यक्रम की घोषणा करना बीसीसीआई का काम होता है लेकिन रोहित ने कहा कि हम एक प्रारूप खेलना पसंद करते हैं लेकिन अब तो आदत हो गयी है इसलिए कोई फर्क नहीं पड़ता। रोहित ने आगे कहा कि अगर आप सीरीज जीतते रहते हैं तो और खेलना चाहते हैं लेकिन जब हार रहे होते हैं तो ऐसा नहीं होता है।