मध्य क्रम
विराट कोहली
भारत की सीमित ओवर की एकादश बिना वर्तमान कप्तान विराट कोहली के बनना असंभव है। निसंदेह वह दुनिया के सबसे अच्छे खिलाड़ी हैं, एक ऐसा खिलाड़ी जो दुनिया के किसी गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ आक्रामक बल्लेबाज़ी कर सकता है। वह खेल के इतिहास में एकमात्र खिलाड़ी हैं, जो खेल के सभी प्रारूपों में 50 से अधिक के औसत से बल्लेबाजी कर रहे हैं और इसलिए वह दुनिया में किसी भी बल्लेबाजी क्रम का एक महत्वपूर्ण अंग बनने की क्षमता रखते है।
आँकड़े:
मैच: - 57; रन: - 1983; स्ट्राइक रेट: - 137.32; औसत: - 50.84 100s / 50s: - 0/18; सर्वोच्च: - 90
युवराज सिंह
युवराज सिंह, क्रिकेट के सीमित ओवेरों के प्रारूप में भारत के लिए सबसे अच्छे मध्यक्रम के बल्लेबाज रहे है। अपने करियर के दौरान पंजाब का यह विनाशकारी बल्लेबाज, टी-20 क्रिकेट में टीम के शुरुआती सालों के दौरान सबसे बड़ा खिलाड़ी बनकर उभरा था। 2007 और 2014 के टी20 विश्वकप में उनके मैच जिताने वाले प्रदर्शन अभी भी भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के दीमाग में ताजा हैं। 10 वर्षों तक भारतीय टीम का अभिन्न अंग रहा यह खिलाड़ी हमारी टी -20 टीम में नंबर 4 पर बल्लेबाजी करेगा।
आँकड़े: -
मैच: - 58; रन: - 1177; स्ट्राइक रेट: - 136.38; औसत: - 28.02 100s / 50s: - 0/8; सर्वोच्च: - 77
सुरेश रैना
युवराज सिंह और एमएस धोनी के साथ, सुरेश रैना लगभग 10 वर्षों तक एकदिवसीय और टी 20 में भारत के मध्य क्रम का आधार रहे हैं। उनकी ताकतवर बल्लेबाजी, गेंद पर प्रहार करने की असीम क्षमता से भारतीय टीम को कई मैचों में जीत मिली है। हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टी 20 में वापसी करने वाला यह खिलाड़ी टी-20 में शतक बनाने वाला पहला भारतीय खिलाड़ी है और किसी भी टी -20 टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी है।