क्रिकेट टीम के प्रमुख कोच के पद पर एक वर्ष के लिए अनिल कुंबले की नियुक्ति के बाद से भारतीय क्रिकेट में दोस्ती और पुरानी दुश्मनी की खबरों ने जोर पकड़ लिया है। भारत के पूर्व सबसे विवादित कोच ग्रेग चैपल ने बीसीसीआई की सलाहकार समिति के सदस्य सौरव गांगुली पर कोच के संबंध में पलटवार किया है। चयन प्रक्रिया के समय गांगुली ने कहा था की वह (चैपल जैसे कोच की नियुक्ति) पुरानी गलती दोबारा नहीं दोहराएंगे। इस पर चैपल ने एक अखबार में लिखे अपने कॉलम में कहा, 'भारतीय क्रिकेट कभी उस ऊंचाई पर नहीं पहुंच पाएगा जहा वह पहुंच सकता हैं, क्योंकि वह अच्छी तैयारी करने के बजाय अधिकांश अपनी नैसर्गिक क्षमता और सीमित दायरे वाली दृष्टी पर निर्भर है। पूर्व में भी भारतीय टीम सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने के बजाय शॉर्ट-कट अपनाने की कोशिश करती थी। यह ऐसी चीज थी, जिसे बदलने के लिए मेरी नियुक्ति की गई थी। बदलाव के लिए अहम खिलाड़ियों की जरूरत थी और एक अच्छे कप्तान की जो उदाहरण बनकर टीम का नेतृत्व करें। दुर्भाग्यवश द्रविड़ की नियुक्ति से पहले ऐसा नहीं हुआ और फिर अगले 12 महीनों में कुछ निरंतर सफलता मिलने लगी क्योंकि शीर्ष क्रम में बदलाव किया गया।' यह स्पष्ट है कि चैपल ने तत्कालीन कप्तान सौरव गांगुली समेत सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और जहीर खान के बारे में लिखित में यह संकेत दिए हैं। मगर चैपल का मानना है कि विराट कोहली के साथ कुंबले की जोड़ी जमेगी जो भारतीय क्रिकेट के लिए बेहतर साबित होगी। चैपल के हवाले से cricket.com.au ने कहा, 'सबसे अच्छी बात यह है कि कुंबले उस प्रकार के कप्तान थे, जिनका अपने-आप पर बहुत भरोसा था। वह काफी साहसी थे जो उदाहरण पेश करते हुए टीम का नेतृत्व करते थे। बता दें कि टीम इंडिया के कोच के रूप में कुंबले अपनी शुरुआत वेस्टइंडीज दौरे से करेंगे।