ऑस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व खिलाड़ी ग्रेग चैपल (Greg Chappell) किसी समय भारतीय टीम के कोच रहे थे। हालांकि उस समय के कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) के साथ वह विवादों में भी रहे थे। इस बीच चैपल ने भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को लेकर अहम बात कही है। चैपल ने कहा कि धोनी जैसे तकनीकी खिलाड़ी अब भी भारतीय गलियों से आए हैं और अब भी ऐसे लोग वहां मौजूद होंगे।
ESPNCricinfo के लिए कॉलम में चैपल ने लिखा कि भारतीय उपमहाद्वीप में अभी भी कई शहर हैं जहां कोचिंग सुविधाएं दुर्लभ हैं और युवा औपचारिक कोचिंग के हस्तक्षेप के बिना सड़कों और खाली जमीन पर खेलते हैं। यहीं पर उनके कई मौजूदा सितारों ने खेल सीखा है।
चैपल ने आगे कहा कि महेंद्र सिंह धोनी के साथ मैंने भारत में काम किया, वह एक बल्लेबाज का एक अच्छा उदाहरण है जिन्होंने अपनी प्रतिभा विकसित की और इस तरह से खेलना सीखा। अपने विकास के शुरुआती दिनों में विभिन्न प्रकार की सतहों पर अधिक अनुभवी व्यक्तियों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करके धोनी ने निर्णय विकसित किया। रणनीति और कौशल उनका साथी खिलाड़ियों से अलग रहा। मेरे सामने आए खेल के सबसे तेज दिमागों में से वह एक हैं।
पूर्व कंगारू खिलाड़ी ने यह भी कहा कि संरचनात्मक ट्रेनिंग से बल्लेबाजों को तकनीकी रूप से आगे जाने में सफलता नहीं मिली। इससे वास्तव में बल्लेबाजी में गिरावट आई है। सही तकनीक का प्रदर्शन करने के लिए खिलाड़ियों को ज्यादा सिखाने से क्रिकेट अमानवीय बनता है,
गौरतलब है कि महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम के लिए तीनों प्रारूप में कप्तानी की। वह टेस्ट क्रिकेट से जल्दी संन्यास लेकर सीमित ओवर क्रिकेट में पूरी तरह से समर्पित रहे। कप्तानी छोड़ने के बाद भी टीम के लिए बतौर खिलाड़ी अपना योगदान देते रहे। मैदान पर उनके शांत स्वभाव को आज भी जाना जाता है।