यूएई (UAE) के खिलाड़ी गुलाम शब्बीर पर आईसीसी (ICC) ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चार साल का बैन लगाया है। शब्बीर ने माना था कि उन्होंने आईसीसी एंटी करप्शन कोड के काउंट छह का उल्लंघन किया था। शब्बीर ने प्रतिबंधों को स्वीकार कर लिया है और उनकी अपात्रता की अवधि 20 अगस्त, 2025 की मध्यरात्रि को समाप्त हो जाएगी।
शब्बीर को दो बार अनुच्छेद 2.4.4 के उल्लंघन का दोषी पाया गया। वह जनवरी-फरवरी 2019 में नेपाल के खिलाफ सीरीज और उसी वर्ष अप्रैल में जिम्बाब्वे के खिलाफ सीरीज के दौरान भ्रष्ट आचरण में शामिल होने के प्रयासों के पूर्ण विवरण का एंटी करप्शन यूनिट के सामने खुलासा करने में विफल रहे।
आईसीसी के इंटीग्रिटी यूनिट के मैनेजर ने मामले पर कहा कि शब्बीर ने संयुक्त अरब अमीरात के लिए 40 मैच खेले और उनसे एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को समझने की उम्मीद की गई। उन्होंने कम से कम तीन भ्रष्टाचार विरोधी शिक्षा सत्रों में भी भाग लिया, जिसमें खिलाड़ियों को भ्रष्टाचारियों के किसी भी दृष्टिकोण की रिपोर्ट करने के लिए उनके दायित्वों की याद दिलाई गई।
उन्होंने दो बार अनुच्छेद 2.4.5 का उल्लंघन भी किया। भ्रष्ट आचरण में शामिल एक साथी खिलाड़ी का विवरण साझा करने में शब्बीर असफल रहे थे। जिम्बाब्वे के खिलाफ अप्रैल 2019 की यह बात है। इसके अलावा वह उन फैक्ट्स और घटनाओं के बारे में भी एंटी करप्शन यूनिट को चीजें नहीं बता पाए थे। उन्हें यह पता था कि अन्य प्रतिभागियों द्वारा किये गए भ्रष्ट आचरण के कुछ सबूत हो सकते हैं।
इसके अलावा शब्बीर पर अनुच्छेद 2.4.6 के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया। उन्होंने एंटी करप्शन यूनिट की जांच में सहयोग नहीं किया था। शब्बीर ने अपना मोबाइल जांच अधिकारियों के हवाले नहीं किया था। उन्हें जांच के दौरान जरूरी और अहम जानकारी छिपाने का दोषी भी पाया गया, जो कि अनुच्छेद 2.4.7 का उल्लंघन है।