भारतीय चयनकर्ताओं ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे और पांचवें टेस्ट मैच के लिए 18 सदस्यीय भारतीय दल में दो युवा खिलाड़ियों को पर्दापण करने का मौका दिया है। मुरली विजय और कुलदीप यादव की जगह भारतीय टीम में दो नए चेहरों को शामिल किया गया है, जिनमें पहला नाम हनुमा विहारी का है, जबकि दूसरा नाम पृथ्वी शॉ का है जिनके नेतृव में भारत ने साल 2018 का अंडर-19 विश्व कप का खिताब जीता है। इनमें से एक यानी पृथ्वी शॉ तो काफी सुर्खियां बटोर चुके हैं, जबकि दूसरे के बारे में हर कोई जानने को उत्सुक है। 13 अक्टूबर 1993 को काकिनाड में जन्में विहारी ने साल 2010 में झारखंड के खिलाफ प्रथम श्रेणी क्रिकेटर के रूप में डेब्यू किया था। हनुमा ने अब तक 63 प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैचों में 59.79 की औसत से 5142 रन बनाए हैं, जिसमें 15 शतक और 24 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, लिस्ट-ए क्रिकेट में उन्होंने 56 मैचों में 2268 रन बनाए हैं, जिसमें 4 शतक और 13 अर्धशतक शामिल हैं। 24 वर्षीय हनुमा का 2017-18 के रणजी ट्रॉफी में बेहतरीन रिकॉर्ड रहा है। उन्होंने पूरे सीजन 6 मैचों में 94 की औसत से 752 रन बनाए हैं। हाल ही में हुनमा ने भारत ए की तरफ से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खिलाफ दूसरे अनधिकृत टेस्ट मैच में 148 रन की शतकीय पारी खेली थी। हालांकि, यह मुकाबला ड्रॉ हो गया था। महज 24 साल 314 दिन में भारतीय टीम में जगह बनाने वाले हनुमा 2012 अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप की चैंपियन भारतीय टीम का हिस्सा थे और हाल ही में इंग्लैंड में इंडिया-ए टीम का हिस्सा रहे इस खिलाड़ी ने इंग्लैंड-ए के खिलाफ वन-डे सीरीज के चार मैचों में 291 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक भी शामिल था। इसके साथ ही हनुमा विहारी साल 2013 और 2015 में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से आईपीएल में भी खेल चुके हैं। उन्होंने इन दो सीजन में 22 मैच खेलते हुए 15.55 की औसत से 280 रन बनाये हैं। इस दौरान उनका सर्वोच्च स्कोर 46 रन रहा है।