स्टीव ओ'कीफ के प्रदर्शन से प्रभावित नहीं हैं हरभजन सिंह और रवि शास्त्री

ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के स्पिनर स्टीव ओ'कीफ की शानदार गेंदबाजी ने भारत को पुणे में संपन्न पहले टेस्ट में 333 रन की शर्मनाक शिकस्त झेलने के लिए मजबूर कर दिया। मगर भारतीय खिलाड़ी ओ'कीफ को शानदार प्रदर्शन का श्रेय देने के बजाय पुणे की पिच को बड़ा खिलाड़ी बता रहे हैं, जिसकी मदद से ऑस्ट्रेलिया ने मेजबान टीम को मात दी। टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज भारतीय टीम में विश्व स्तरीय स्पिनर हैं, लेकिन इसके बावजूद उसे ऑस्ट्रेलिया से करारी शिकस्त झेलना पड़ी, जिसके साथ ही उसका 19 टेस्ट से अपराजित क्रम टूट गया। पुणे टेस्ट में 12 विकेट लेने की मदद से ओ'कीफ को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। हालांकि हरभजन सिंह और रवि शास्त्री बाएं हाथ के स्पिनर के प्रदर्शन से खुश नहीं नजर आए। भज्जी ने कहा कि वह ओ'कीफ को स्पिनरों के लिए कम मददगार पिच पर बेहतर प्रदर्शन करते देखना चाहते हैं जबकि शास्त्री ने लिखा कि भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई स्पिनरों का सामना ख़राब अंदाज में किया। हरभजन ने कहा, 'मैं कहना चाहूंगा कि ओ'कीफ को अच्छे टेस्ट मैच विकेट पर बेहतर गेंदबाजी करते देखूं। इस तरह की पिच पर नहीं। तब तक उनके बारे में मुझे कुछ नहीं कहना है। टेस्ट क्रिकेट पांच दिन तक चलता है। आप ऐसे विकेट पर नहीं खेल सकते जहां कोई भी गेंदबाजी करके विकेट निकाल ले। मैंने 100 से अधिक टेस्ट खेले हैं और मुझे पता है कि प्रत्येक विकेट के लिए कितनी कड़ी मेहनत करना होती है।' ओ'कीफ ने ऑफ़स्पिनर नाथन लायन के साथ मिलकर सभी 10 विकेट चटकाते हुए दूसरी पारी में भारत को 107 रन पर समेट दिया था। 103 टेस्ट खेल चुके हरभजन ने आगे कहा, 'आपको गेंद को फ्लाइट कराने की जरुरत नहीं है। आपको इस तरह की पिच पर सिर्फ तेज गेंदे फेंकना है और बल्लेबाज गलती करेगा। ऐसी पिचों पर सभी 6 गेंदें एक टप्पे पर डालिए और आपको विकेट मिल जाएगा।' भारतीय टीम के पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री भी स्टीव ओ'कीफ के प्रदर्शन से संतुष्ट नहीं नजर आए। उन्होंने टाइम्स ऑफ़ इंडिया में लिखे अपने कॉलम में कहा, 'भारतीय टीम ने स्पिनरों को अच्छे से नहीं खेला। मेजबान टीम के बल्लेबाजों ने फुटवर्क का सही इस्तेमाल नहीं किया और दूसरी पारी में बुरी तरह ढह गए। भारतीय बल्लेबाजों को ओ'कीफ की लाइन बिगाड़ने का रास्ता खोजना होगा।'

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