क्रिकेटर और राजनीती का पुराना संबंध है। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान व भारत के पूर्व खिलाड़ी कीर्ति आजाद ने क्रिकेट के बाद राजनीती में अपनी सफल पारी खेली। हाल ही में एक खबर सामने आई कि भारत के सर्वकालिक सफल गेंदबाजों में से एक हरभजन सिंह भी राजनीती में अपनी नई पारी खेलने जा रहे हैं। ख़बरों की माने तो हरभजन सिंह जालंधर से कांग्रेस पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाले थे। ट्विटर पर यह खबर फैलते ही वायरल हो गई। इसी समय 36 वर्षीय भज्जी ने कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्यों से इस मामले पर उच्चस्तरीय बातचीत की। भारत में देखा जाए तो कीर्ति आजाद काफी सफल रहे, फिर क्रिकेटरों की सूची में चेतन चौहान, मोहम्मद अजहरुद्दीन, मोहम्मद कैफ और नवजोत सिंह सिद्धू के नाम भी राजनीती पार्टी में आए। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक न सिर्फ हरभजन सिंह बल्कि नवजोत सिंह सिद्धू भी कांग्रेस से जुड़ने वाले थे। सिद्धू ने राहुल गांधी से मुलाक़ात भी की थी।
हरभजन सिंह काफी समय से भारतीय टीम से बाहर हैं और हाल ही में उन्होंने रविचंद्रन अश्विन की सफलता पर सवाल भी खड़े किये थे। मगर 700 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय विकेट लेने वाले भज्जी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर राजनीती में शामिल होने के बारे में सफाई पेश की।
राजनीती से जल्दी जुड़ने का मेरा कोई इरादा नहीं है। कृपया अफवाहें फैलाना बंद करें। हरभजन के इस ट्वीट के बाद उनके फैंस में ख़ुशी की लहर दौड़ गई। भज्जी के फैंस ने भारत के सबसे पुरानी राजनीती पार्टी का मखौल उड़ाया।