इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लगभग हर सीजन में कुछ ना कुछ विवाद होते रहते हैं, लेकिन लीग के पहले ही सीजन में एक इतना बड़ा विवाद हुआ था जिसके बारे में आज भी बात की जाती है। मुंबई इंडियंस (MI) के लिए खेल रहे हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के तेज गेंदबाज एस श्रीसंत (S Sreesanth) को मैदान पर ही थप्पड़ जड़ दिया था। इसके बाद श्रीसंत को मैदान में रोते हुए देखा गया और यह मामला काफी ज्यादा तूल पकड़ा था।
इस घटना को याद करते हुए अब हरभजन ने कहा है कि उन्होंने जो किया था वह बिल्कुल गलत था और इसकी जरूरत नहीं थी। हरभजन ने कहा,
जो हुआ वो गलत था। मैंने गलती की थी। मेरी वजह से मेरे साथी खिलाड़ियों को बेइज्जत होना पड़ा था। यदि मुझे एक गलती सुधारने का मौका मिले तो यह श्रीसंत को मैदान पर ट्रीट करने का तरीका होगा। यह नहीं होना चाहिए था। जब मैं इसके बारे में सोचता हूं तो मुझे लगता है कि इसकी जरूरत नहीं थी।
"सचिन पाजी ने करा दिया था हमारे बीच समझौता"- श्रीसंत
श्रीसंत को थप्पड़ मारने के कारण हरभजन पर 11 मैचों का बैन लगा था और यह लीग इतिहास में किसी भी खिलाड़ी पर लगाया गया सबसे बड़ा बैन है। हालांकि, इसके बाद हरभजन और श्रीसंत ने आपस में समझौता कर लिया था। श्रीसंत ने खुलासा किया है कि सचिन तेंदुलकर ने दोनों खिलाड़ियों के बीच समझौता कराने का काम किया था। श्रीसंत ने बताया,
सचिन पाजी का धन्यवाद कि उन्होंने इस मामले को शांत कराया था। उन्होंने हमारी मुलाकात कराई थी और हमने डिनर करके उसी रात मामले को रफा-दफा कर दिया था, लेकिन मीडिया ने इस बात को काफी ज्यादा उछाला। मैं भज्जी पा के साथ बिल्कुल ठीक हूं। वह हमेशा मेरे बड़े भाई थे। भले ही उस समय चीजें कुछ और थी, लेकिन वह हमेशा एक लेजेंड रहेंगे।