खेल के लंबे प्रारूप में लोगों को लुभाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने पिछले साल न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के बीच नंबवर में पहले दिन-रात के टेस्ट मैच का आयोजन किया था। हरभजन को हालांकि इस नए प्रारूप की स्थिरता पर संशय है, लेकिन उन्होंने साथ ही कहा है कि इसे एक मौका देने में कोई नुकसान नहीं है। हरभजन ने बॉलर मोबाइल एपलीकेशन के लांच के मौके पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, "दिन-रात के टेस्ट मैच में गुलाबी गेंद के इस्तेमाल करने में कोई दिक्कत नहीं है। देखते हैं यह सफल होता है या नहीं।" उन्होंने कहा, "मैंने कभी भी गुलाबी गेंद से क्रिकेट नहीं खेली है इसलिए मैं यह नहीं कह सकता कि यह ज्यादा स्पिन होती है या नहीं। मैं नहीं जानता कि दिन-रात टेस्ट मैच लंबे समय तक चलेगा या नहीं।" हरभजन ने कहा, "आस्ट्रेलिया, एशिया कप, टी-20 विश्व कप में मैच ना खेल पाने के बाद में अंतिम एकादश में शामिल होने के लिए इंतजार कर रहा हूं। मेरा काम लगातार मेहनत करना है। मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि समय आएगा और मैं तीनो प्रारूपों में खेलूंगा।" --आईएएनएस