भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने 2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ अपने एक खास विकेट को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। हरभजन ने बताया कि उन्होंने किस तरह वो विकेट निकाला था और एम एस धोनी ने उससे पहले उन्हें क्या सलाह दी थी।
भारतीय टीम ने 2011 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को शिकस्त दी थी। मोहाली में खेले गए मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट के नुकसान पर 260 रन बनाए थे, जवाब में पाकिस्तान की टीम 49.5 ओवर में 231 रन पर सिमट गई थी। भारत की तरफ से पांचों गेंदबाजों ने 2-2 विकेट लेकर पाकिस्तान को 231 रन पर रोक दिया था।
टार्गेट का पीछा करते पाकिस्तान एक समय अच्छी स्थिति में था। मिस्बाह उल हक और उमर अकमल बेहतरीन बल्लेबाजी कर रहे थे। हरभजन सिंह उस वक्त तक अच्छी गेंदबाजी नहीं कर रहे थे लेकिन ब्रेक के दौरान कप्तान एम एस धोनी ने उनका छोर बदला और इसके बाद उन्होंने उमर अकमल को पवेलियन की राह दिखा दी। इसके बाद शाहिद अफरीदी को भी आउट कर पूरे मैच का पासा ही पलट दिया।
एम एस धोनी ने मुझे अराउंड द विकेट गेंदबाजी करने की सलाह दी थी - हरभजन सिंह
स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान हरभजन सिंह ने अपने उस परफॉर्मेंस को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा,
ये एक ऐसा मुकाबला था मुझे लगा कि मैं जैसे सुन्न पड़ गया हूं। मैंने पांच ओवर गेंदबाजी की थी और उसमें 26-27 रन दे दिए थे। इसके बाद जब ड्रिंक ब्रेक हुआ तो धोनी ने मुझसे कहा कि भज्जू पा, आप वहां से डालोगे। कामरान (उमर) अच्छा खेल रहे थे और मिस्बाह भी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। उनकी साझेदारी खतरनाक लग रही थी। मैं गेंदबाजी के लिए आया और भगवान से प्रार्थना की हमें इस मैच में जीत दिला दो। भगवान ने मेरी सुन ली। पहली ही गेंद पर मुझे अकमल का विकेट मिल गया। मैंने अराउंड द विकेट गेंदबाजी की और वो पूरी तरह से गेंद को मिस कर गए।