सफलता व्यक्ति को आसानी से नहीं मिलती है इसके लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि सोने की चमक भी आग में जलने के बाद ही आती है, हर क़ामयाब व्यक्ति की कहानी कुछ ऐसी ही है। कुछ इसी तरह की एक कहानी से नीता अम्बानी ने सभी को परिचित कराया, यह कहानी है भारतीय टीम के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और उनके भाई क्रुणाल पांड्या की। दरअसल समाचार समूह इंडिया टुडे प्रतिवर्ष इंडिया टुडे एन्क्लेव का आयोजन करता है और इसी के अंतर्गत इस वर्ष भी इंडिया टुडे एन्क्लेव का आयोजन हुआ था। इस मौके पर देश के हर क्षेत्र के दिग्गज इस माध्यम के द्वारा अपने विचार देश के लोगों के साथ रखते हैं, अम्बानी परिवार की बहू नीता अम्बानी ने भी अपने विचार सबके समक्ष रखे। नीता अम्बानी ने मौजूद लोगों से कहा कि वह एक प्रेरणादायक कहानी सुनाना चाहती हैं और यह कहानी है दो भाइयों के सफर की।
A big thank you to Nita Bhabhi! Krunal & I are lucky to have received so much support from @mipaltan & the RIL family which has helped us achieve so much in such a short time. The entire Ambani family have always stood by us and supported us on and off the field, thank you ?? pic.twitter.com/hiRVacQjmX
— hardik pandya (@hardikpandya7) March 11, 2018
''मैं आपको एक कहानी सुनाना चाहती हूं, दो भाईयों की ऐसी कहानी जो बहुत शानदार है। सबसे पहले मैं आपको बताती हूं कि वो कहां से आते हैं। दो छोटे बच्चे गुजरात में रह रहे थे, जो बहुत छोटे परिवार से आते हैं। उस वक्त उनके घर में पैसा नहीं था, कई दिनों तक दोनों बच्चों को भूखा रहना पड़ता था लेकिन उसकी वजह से वो रुके नहीं। अलग-अलग गांव की टीमों से खेलने के लिए वो गांव से गांव लोकल ट्रेन में सफर किया करते थे, कभी-कभी तो बिना टिकट के और वो ट्रक में बैठकर घर लौटते थे। वो इतनी महनत करते थे सिर्फ 300 रुपये के लिए, उस वक्त उन्हें पता भी नहीं था कि उनकी किस्मत बदलने वाली है। 2013 में बड़ोदा के लिए टी-20 टूर्नामेंट खेलते वक्त छोटा भाई रिलायंस वन टीम के लिए चुना गया, जहां उसने शानदार परफॉर्म किया और फिर मुंबई इंडियंस के लिए चुना गया। उस शख्स को आज पूरी दुनिया जानती है, जिसका नाम है हार्दिक पांड्या।'' इस वीडियो को हार्दिक पांड्या में अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया और उन्होंने लिखा कि धन्यवाद नीता भाभी ! मै और क्रुणाल बेहद खुशकिस्मत हैं कि आपका और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) परिवार का समर्थन मिला जिसकी वजह से हम दोनों कम समय में इस मुकाम पर पहुँच गए हैं, अम्बानी परिवार मैदान के अंदर और बाहर हमेशा हमारी मदद के लिए खड़ा रहा।