WIvIND 2017 : फिनिशर की भूमिका निभाने को तैयार हैं हार्दिक पांड्या

भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने कुछ शानदार प्रदर्शन करके सीमित ओवरों की टीम में अपनी जगह स्थायी की है, और अब वो फिनिशर की बड़ी भूमिका निभाना चाहते हैं। पांड्या ने साथ ही कहा कि वो अपने आप को ऐसा नहीं पाते जो आते ही गेंद पर प्रहार करे, बल्कि वो स्कोरबोर्ड की मांग के हिसाब से खेलना पसंद करते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ जमैका में पांचवें वन-डे से पहले पांड्या ने कहा, 'मेरे ख्याल से आपको चीजें करने के लिए बहादुर बनना जरुरी है। मैंने अपने खेल में विश्वास किया, अपने आप पर विश्वास किया, परिस्थिति देखी और उसके हिसाब से खेला। मैंने कभी अपने आप को एक जैसा बल्लेबाज नहीं माना जो आते ही गेंद पर प्रहार करे। मुझे लगता है कि स्कोरबोर्ड देखकर अपना खेल खेलता हूं। इसी तरह मैं क्रिकेट सीख रहा हूं और उम्मीद करता हूं कि इस तरह मैच फिनिश करूं। मुझे लंबे-लंबे छक्के जड़ने के लिए जाना जाता है, लेकिन मैंने कड़ी मेहनत वाली पारी भी खेली। मेरी जिंदगी में अब तक मैंने ऐसे नंबर पर आकर बल्लेबाजी की, जहां आते ही पहली गेंद से हमला करना जरुरी है। पिछले मैच में परिस्थिति मुझसे रन दौड़कर लेने की दरकार कर रही थी, जो कि मैंने कर रहा था। दुर्भाग्यवश मैं आउट हो गया, लेकिन मेरी योजना मैच पूरा ख़त्म करने की थी।' धर्मशाला में न्यूजीलैंड के खिलाफ वन-डे डेब्यू करने के बाद हार्दिक पांड्या ने कप्तान का विश्वास जीता है और भारतीय वन-डे टीम में अपने आप को स्थापित किया है। उन्होंने 16 मैच की 10 पारियों में 41 की औसत और 135।04 की स्ट्राइक रेट के साथ 289 रन बनाए। 23 वर्षीय पांड्या का गेंद से भी प्रदर्शन सराहनीय रहा है। पांड्या ने अब तक 18 विकेट चटकाए हैं। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की मैच फिनिश काबिलियत पर सवाल उठते रहे हैं और वेस्टइंडीज के खिलाफ 114 गेंदों में खेली 54 रन की उनकी पारी ने आलोचकों को बोलने का खुला आमंत्रण दिया है। पांड्या ने 21 गेंदों में 20 रन की पारी खेली थी। भारत को इस मैच में 11 रन से शिकस्त झेलना पड़ी थी। धोनी की क्षमता खत्म देखते हुए भारतीय टीम एक ऐसे बल्लेबाज की खोज में है, जिसमें मैच फिनिश करने की काबिलियत हो। हार्दिक पांड्या इस भूमिका में फ़िलहाल उपयुक्त नजर आ रहे हैं। टीम प्रबंधन उन्हें मौके देकर 2019 विश्व कप से पहले फिनिशर की भूमिका सौंप सकता है। या फिर 2019 वर्ल्ड कप से पहले टीम प्रबंधन को एक फिनिशर बल्लेबाज की खोज करना होगी।