‘मेरे टेस्ट टीम में चुने जाने का श्रेय राहुल द्रविड़ को जाता है’

टीम इंडिया ने हाल ही में न्यूजीलैंड को तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में वाइटवॉश किया है। अब इस टीम को नज़र अपने आने वाली अगली घरेलु सीरीज़ पर है जो कि इंग्लैंड के खिलाफ़ होनी है। इंग्लैंड के विरुद्ध भारत को पांच टेस्ट मैच खेलने हैं और पहले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम का ऐलान भी हो चुका है। पहले दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में एक नए चेहरे को मौका दिया गया है। वनडे और टी20 क्रिकेट में बल्ले और गेंद से कमाल करने वाले हार्दिक पांड्या को टेस्ट टीम में चुना गया है। हालांकि पांड्या के टेस्ट टीम में चयन से कई बड़ी क्रिकेट हस्तियां सकते में हैं, उनके अनुसार पांड्या ने बहुत कम घरेलु क्रिकेट मैच खेले हैं। पांड्या के नाम अबतक 16 प्रथम श्रेणी मैच दर्ज हैं जिनमें उन्होंने 727 रन बनाये हैं और 22 विकेट झटके हैं। बहरहाल, चयनकर्ताओं के अनुसार पांड्या का हाल में प्रदर्शन बल्ले और गेंद दोनों से कमाल का रहा है और उनके चयन का ये मुख्य कारण है। टेस्ट टीम में चयन से पांड्या बेहद खुश हैं और उन्होंने अपने इस चयन पर भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ राहुल द्रविड़ का शुक्रिया भी अदा किया है। पांड्या का मानना है कि द्रविड़ की वजह से आज वो टेस्ट टीम में चुने गए हैं। “मैं टेस्ट क्रिकेट ही देखकर बड़ा हुआ हूं, हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वो अपने देश के लिए टेस्ट टीम का हिस्सा हो। मैं इस समय बेहद खुश हूं और ये मेरे लिए गर्व की बात है। मैं इस वक़्त इतना खुश हूं कि मैं बयान नहीं कर सकता”: हार्दिक पांड्या अपने इस बयान के बाद हार्दिक पांड्या राहुल द्रविड़ की भी तारीफ करने से नहीं चूके। पांड्या ने ये भी कहा कि “वो इस साल इंडिया ए की तरफ से ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे जहां राहुल द्रविड़ उस टीम के कोच थे। राहुल द्रविड़ के साथ बिताये हुए वो 50 दिन मेरे लिए आहूत अनमोल हैं, इस दौरान मुझे उनसे काफी कुछ सीखने को मिला जो मुझे आगे काफी काम देगा”। “उन्होंने मुझमे काफी आत्मविश्वास भी जगाया, मुझे कई सारी बातें सिखाई। वो मुझसे हमेशा कहते हैं कि लोग तुम्हे बड़े शॉट्स के लिए जानते हैं पर तुम उससे कहीं ज्यादा अच्छे बल्लेबाज़ हो और बहुत कुछ कर सकते हो। उनके अनुसार मेरे पास लम्बी पारी खेलने की तकनीक भी है”: पांड्या भारत और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच 9 नवम्बर से शुरू हो रहा है अब देखना ये है कि पांड्या खुदको मिले इस मौके को किस प्रकार भुना पाते हैं।