मुंबई इंडियन्स और कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) के बीच शनिवार को खेला गया 2017 आईपीएल का 54वां मैच रोमांचक रहा। केकेआर को अंतिम ओवर में 14 रन की दरकार थी। मुंबई ने लक्ष्य डिफेंड करने के लिए हार्दिक पांड्या पर भरोसा जताया, उन्होंने यह काम बखूबी किया और टीम को 9 रन की जीत दिलाई। चलिए 2016 आईसीसी वर्ल्ड टी20 पर गौर करते हैं। बांग्लादेश को जीत के लिए आखिरी ओवर में 11 रन की जरुरत थी। धोनी ने पांड्या पर अंतिम ओवर डालने की जिम्मेदारी सौंपी। पहली तीन गेंदों पर पांड्या ने 2 चौके खर्च कर दिए। एक समय बांग्लादेश को 3 गेंदों में 2 रन की जरुरत थी। सांस थाम देने वाले इस मुकाबले में पांड्या ने अगली दो गेंदों में दो विकेट विकेट चटका दिए। फिर एमएस धोनी ने अंतिम गेंद पर दौड़ लगाकर शानदार रनआउट किया और भारत को सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। यही हाल पांड्या का शनिवार को केकेआर के खिलाफ था, जिसमें उन्होंने मुंबई इंडियन्स को 100वीं टी20 जीत दिलाई। यह भी पढ़ें : माइकल क्लार्क के अनुसार भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच होगा फाइनल मुकाबला मैच के बाद आईपीएल की आधिकारिक वेबसाइट से बातचीत में पांड्या ने कहा, 'इस पिच पर जब मेरे पहले ओवर में 11 रन गए तब मैंने गौर किया कि अपनी गति में ज्यादा मिश्रण कर रहा हूं। मैंने निश्चय किया कि अगला ओवर करूंगा तो कुछ विकेट निकालूंगा। भाग्य का साथ मिला कि मैंने 15ओवर किया तो लेंथ गेंद डालने पर महत्वपूर्ण विकेट मिला। उस समय पर वो महत्वपूर्ण विकेट था और इससे हमारी टीम को फायदा मिला।' इसके अलावा पांड्या को उम्मीद है कि आगामी चैंपियंस ट्रॉफी में भी वो अपने इसी प्रदर्शन को जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, 'पिछले एक वर्ष में मैंने गेंदबाज के तौर पर काफी सुधार किया है। मैंने अपनी गेंदबाजी पर लगातार काम किया और मेरा विश्वास भी बढ़ा है। अच्छे प्रदर्शन से मुझे मदद मिलती है और इससे मुझे चैंपियंस ट्रॉफी में आगे बढ़कर जिम्मेदारी उठाने का विश्वास मिलेगा। मैं चैंपियंस ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए बेक़रार हूं। मुझे पता है कि भारतीय टीम के लिए मेरा गेंदबाजी फॉर्म महत्वपूर्ण होगा। भारत हमेशा पहले आता है और मुझे गर्व है कि टूर्नामेंट में मैं राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करूंगा।'