भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian Women Cricket Team) को तीन मैचों की सीरीज के तीसरे और निर्णायक मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम (Australia Women Cricket Team) के हाथों 8 गेंद शेष रहते 7 विकेट से हार झेलनी पड़ी। इस हार के कारण हरमनप्रीत कौर (Harmanpreet Kuar) की अगुवाई वाली टीम को सीरीज में 1-2 से शिकस्त भी सहनी पड़ी। यह पहला मौका रहा, जब भारतीय महिला टीम ने 1-0 की बढ़त बनाने के बावजूद तीन मैचों की टी20 सीरीज में हार का सामना किया हो। तीसरे मुकाबले में हार के बाद, हरमनप्रीत ने सीमित ओवरों की क्रिकेट में अपनी टीम की कमियों को स्वीकारा और कुछ चीजों में सुधार की भी बात कही।
मुंबई में खेले गए इस मुकाबले भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी की और 6 विकेट खोकर 147 का स्कोर बनाया, जिसमें कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं रही। 148 के लक्ष्य को ऑस्ट्रेलिया ने एलिसा हीली और बेथ मूनी की अर्धशतकीय पारियों की मदद से 18.4 ओवर में ही 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
हरमनप्रीत कौर ने हार के बाद कहा कि उनकी टीम ने पिछले कुछ समय में लाल गेंद से अच्छी क्रिकेट खेली लेकिन सफ़ेद गेंद की क्रिकेट में उम्मीद के मुताबिक खेल नहीं रहा। इसके अलावा उन्होंने फील्डिंग और फिटनेस में भी सुधार की बात भी कही।
हरमनप्रीत ने कहा कि पिछले एक महीने में हमने अच्छी क्रिकेट खेली। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सफेद गेंद में हमसे बेहतर खेला। लाल गेंद के क्रिकेट में हम जानते हैं कि हमारे पास समय है और इसका विश्लेषण करने के लिए सफेद गेंद में हमें तैयार रहना होता है। हमें तेज होने की जरूरत है। हम वापस जाएंगे और कुछ क्षेत्रों पर काम करेंगे। पहले टी20 में फील्डिंग ने लय तय की थी, अंतिम दो मैचों में हम उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। इस ब्रेक के बाद हम अपनी फिटनेस और फील्डिंग पर काम करेंगे और मजबूती से वापसी करेंगे।
भारतीय कप्तान ने आगे अपनी टीम की युवा खिलाड़ियों की भी बात की और कहा कि युवाओं ने अच्छा किया है, जब भी उन्हें मौका मिल रहा है, वे 100 प्रतिशत दे रहे हैं। मुझे लगता है कि हम हमेशा लड़ते हैं। वे भी यह जानते हैं। मुझे अपनी टीम पर गर्व है। इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया टीम की तारीफ की और उनसे सीख लेने की भी बात कही।